कोरोना का मरीज था बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मरा युवक

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में बस्ती के जिस युवक की 30 मार्च की सुबह मौत हुई थी, उसकी जाँच रिपोर्ट पाजिटिव आई है.  इस तरह यूपी में कोविड-19 से पहली मौत रिपोर्ट हुई है. मृत युवक के कोरोना पाजिटिव की पुष्टि के बाद  बस्ती से लेकर बीआरडी मेडिकल कालेज में उसके इलाज करने व जांच के लिए नमूना लेने वाले चिकित्सा कर्मियों को एहतियातन आइसोलेट किया गया है. इस चिकित्साकर्मियों की भी जाँच की जा रही है.

बस्ती के तुर्काहिया का 25 वर्षीय यह युवक 29 मार्च की दोपहर 3.40 बजे इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज आया था। उसे सांस लेने में तकलीफ थी. इसके अलावा उसे लीवर संक्रमण भी था. उसे पहले ट्रामा सेंटर में देखा गया और फिर उसे मेडिसिन विभाग के वार्ड संख्या 14 में भर्ती कर लिया गया. जब उसकी हालत ज्यादा बिगड़ी तो उसे बीआरडी मेडिकल कालेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में कोरोना संक्रमितों के लिए बने वार्ड में भर्ती कर दिया गया. सोमवार की सुबह आठ बजे उसकी मौत हो गई.

मरीज में कोरोना के लक्षण को देखते हुए मृत्यु बाद उसके लार का नमूना जांच के लिए लिया गया। यह नमूना मेडिकल कालेज परिसर स्थित रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर में जांच के लिए भेजा गया। आरएमआरसी की जांच रिपोर्ट में सैम्पल को रिएक्टिव बताया गया. फिर इस सैम्पल को कोविड-19 की जांच के लिए केजीएममयू भेजा गया. आज वह से मरीज के  कोविड-19 पाजिटिव होने की पुष्टि हो गई.

इस मरीज की शुरूआती रिपोर्ट रिएक्टिव पाए जाने के कल ही मरीज के सम्पर्क में आए चिकित्सा कर्मियों, मरीज के परिजनों को चिन्हित कर आइसोलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. बीआरडी मेडिकल कालेज में मंगलवार को पूरे दिन इसके लिए बैठक होती रही. इस मरीज के लार का सैम्पल लेने वाले दो लैब टेक्नीशियन, इलाज करने वाले चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ को आइसोलेट किया गया. ट्रामा सेंटर, वार्ड नम्बर 14 और कोरोना वार्ड को सेनेटाइज्ड किया गया.

इसके अलावा युवक को बीआरडी मेडिकल कालेज ले आनी वाली एम्बुलेंस के चालक को क्वारंटीन किया गया है. पता चला है कि इस मरीज को बीआरडी मेडिकल कालेज लाने के बाद एम्बुलेंस किसी और मरीज को लेकर वाराणसी गयी थी. एम्बुलेंस चालक के सम्पर्क मेें आने वाले लोगों को भी क्वारंटीन किया गया है.

यह मरीज बस्ती जिला अस्पताल से रेफर होकर आया था। मरीज का वहां भी इलाज हुआ था. इस कारण बस्ती जिला अस्पताल में एहतियातन कुछ चिकित्साकर्मियों को क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है.