थैलीसीमिया की मरीज छात्रा के लिए कांग्रेस महासचिव और दो कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया

गोरखपुर। लाॅकडाउन में ब्लड मिलने में हो रही परेशानी से जूझ रही थैलीसीमिया की मरीज गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा की मदद के लिए आज कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह और दो कार्यकर्ता बादल चतुर्वेदी व मनीष सामने आए और गोरक्षनाथ चिकित्सालय जाकर तीन यूनिट रक्तदान किया।

गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा स्निग्धा चटर्जी थैलीसीमिया मेजर की मरीज हैं। उन्हें हर 15 दिन पर दो यूनिट ब्लड की जरूरत होती है। लाॅकडाउन से उन्हें रक्त मिलने में दिक्कत हो रही थी। पिछले बार बड़ी मुश्किल से उन्हें दो यूनिट ब्लड मिल पाया था। इस बार उन्हें 22 अप्रैल को रक्त चढाया जाना है लेकिन ब्लड बैंक बिना डोनर रक्त देने से मना कर रहे थे। उनका इलाज पीजीआई लखनऊ में होता है। वहां से भी कहा गया कि ब्लड डोनेट होने पर ही रक्त दिया जा सकता है। लाॅकडाउन के कारण उन्हें पीजीआई जाने में भी दिक्कत हो रही थी।

स्निग्धा की परेशानी के बारे में उनके मामा चर्चित सोशल मीडिया एक्टिविस्ट पंकज मिश्रा ने शुक्रवार को एक वीडियो अपलोड किया था। पंकज मिश्रा ने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है कि रात में उनके पास कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के कार्यालय से फोन आया। वहां से कहा गया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि इस बच्ची से फौरन सम्पर्क करें और जहां भी रक्त दान करना हो , तुरंत करें।

प्रियंका गांधी के निर्देश पर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं पूर्वांचल जोन के प्रभारी विश्व विजय सिंह ने स्निग्धा के पिता सनत चटर्जी से बात की और आज पार्टी के युवा कार्यकर्ता बादल चतुर्वेदी और मनीष कुमार के साथ जाकर गोरक्षनाथ चिकित्सालय के ब्लड बैंक पहुंचे और तीन यूनिट रक्त दान किया।

 

श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने स्निग्धा के परिजनों को आश्वस्त किया कि आगे पीजीआई लखनऊ में ब्लड की जितनी जरूरत होगी कांग्रेस कार्यकर्ता उसे पूरा करेंगे।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस नेताओं के रक्तदान की प्रशंसा करते हुए फेसबुक वाल पर लिखा है कि ‘ मुझे गर्व है अपने कांग्रेस के सिपाहियों पर। आप सब मानव सेवा का बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं।ये कठिन समय है। मानवीय मूल्यों और इस देश की मेलजोल वाली संस्कृति में विश्वास रखते हुए ही हम इस लड़ाई में जीत सकते हैं। गोरखपुर में कांग्रेस के साथियों ने त्वरित रूप से मदद की। आपने रक्तदान कर महादान किया है। ‘