‘ देहात ’ ने कोरोना से लंबी लड़ाई के लिए बहराइच जिले के 61 गांवों में शुरू किया अनाज बैंक

बहराइच. उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र के सर्वाधिक पिछड़े जनपदों में दो दशकों से आदिवासी, वनवासी और सर्वाधिक वंचित समुदायों के विकास के लिए काम कर रही स्वैच्छिक संस्था- डेवलपमेंटल एसोसिएशन फार ह्यूमन एडवांसमेंट (देहात) द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना के विरुद्ध तात्कालिक राहत व बचाव के साथ साथ भविष्य में भी इस लड़ाई के लिए कुछ अभिनव प्रयास शुरू किए हैं।

संस्था ने बहराइच जिले के सर्वाधिक दूरस्थ व‌ पिछड़े विकास खंड मिहींपुरवा व नवाबगंज के 61 गांवों में अनाज बैंक शुरू किए हैं।

देहात संस्था के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी डा0 जितेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि अभी लाकडाऊन चल रहा है । इस समय सरकार और स्वयंसेवियों की ओर से राहत कार्य जारी है किन्तु लाकडाऊन खत्म होते ही अधिकांश राहत कार्य बंद हो जाएंगे। किन्तु अभी 15 जून से बारिश शुरू हो जाएगी। मेहनत मजदूरी के कोई अवसर नहीं होंगे।

उस समय बारिश के चार महीनों में मजदूर और रोज कमाने खाने वालों की स्थिति बहुत बुरी होगी। सबसे बड़ा संकट भूख का होगा। इस संकट से निपटने के दीर्घकालिक उपाय के रूप में देहात संस्था ने अनाज बैंकों की स्थापना करने का निर्णय लिया है।

क्या है अनाज बैंक ?
अभी गेहूं की कटाई व मड़ाई का मौसम चल रहा है। अनाज बैंक में गांव के किसानों से 10 किलो या अधिक मात्रा में अनाज (वर्तमान में गेहूं) दान के रुप में एकत्रित किया जा रहा है। इस अनाज को गांव में ही एक सुरक्षित व विश्वसनीय स्थान चुनकर संरक्षित भंडारण कर दिया जाएगा, जिसे अनाज बैंक कहा जाएगा। यह भंडार हर गांव में अनुमानित मात्रा में 5 से 10 कुंटल का होगा। इसका प्रबंधन देहात संस्था द्वारा गठित ग्रामीणों की गांव स्तरीय समिति करेगी।

अब यदि कोई परिवार भूखा है और घर में अनाज नहीं तो वह अनाज के लिए अनाज बैंक से अन्न उधार ले सकेगा। इस अनाज की वापसी वह अपने खेतों में अनाज पैदा होने की स्थिति में सवा या डेढ़ गुना वापस करेगा। यदि कोई परिवार अनाज वापस करने की स्थिति में नहीं है तो समिति अपने विवेकानुसार अन्न ऋण माफ कर सकेगी। इसका पूरा लेखा-जोखा रखा जाएगा और इसकी निरंतरता सदैव बनी रहेगी।

अभी शुरुआत में बहराइच जिले के मिहींपुरवा विकास खंड के 38 गांवों और नवाबगंज विकास खंड के 23 गांवों में इन अनाज बैंक शुरू कर दिए गए हैं, जिनमें अभी तक 72 कुंटल अनाज इकट्ठा हो चुका है और यह सिलसिला लगातार जारी है।

इस पूरी मुहिम में देहात संस्था के हसन फिरोज, पवन यादव, गोविंद अवस्थी, रमाकांत पासवान, गीता प्रसाद, सरिता, विजय यादव आदि निरंतर जुटे हैं।