नर्स-डे विशेष :जिला अस्पताल को कायाकल्प एवार्ड दिलाने में सुमनलता ने निभाई अहम भूमिका

महराजगंज. जिला अस्पताल में तैनात नर्सिंग अधीक्षिका सुमनलता श्रीवास्तव अपनी निष्ठा और करूणा की भावना से सेवा देने की बदौलत विभाग में नजीर बन गईं हैं। इनकी उत्कृष्ट सेवा को देखते हुए एक तरफ जहां जिलाधिकारी ने पुरस्कृत किया है, वहीं क्वालिटी एश्योरेंस की राज्य स्तरीय टीम के सदस्यों ने भी इनके कार्यों की सराहना की है।

जिला अस्पताल को प्रदेश स्तर से कायाकल्प एवार्ड दिलाने में भी सुमनलता ने विशेष योगदान दिया। महराजगंज जिला अस्पताल अब नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन (एनक्वास) के लिए प्रयासरत है। कोरोना के जंग में तो वह सबसे आगे रह कर महिला योद्धाओं में उत्साह भरने का काम रही हैं।

कोरोना के जंग में सुमनलता का नाम योद्धा के रूप में उभर कर सामने आया है। कानपुर विश्वविद्यालय से नर्सिंग की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग बतौर स्टाफ नर्स केजीएमसी लखनऊ में हुई। उसके बाद नेताजी सुभाष चन्द्र बोस अस्पताल गोरखपुर में भी सेवा दिया।

इसके बाद 26 जनवरी 2008 को महराजगंज जिला अस्पताल में बतौर कार्यवाहक मैटर्न पद का कार्यभार संभाला। अपने दायित्वों का निर्वहन किया। इस बीच बीते 19 मार्च 2020 को नर्सिंग अधीक्षिका के पद पर प्रोन्नति मिली है। इनके कार्य की सराहना भी खूब होती है। अपने कर्तव्य निष्ठा के जरिए जहां विभाग के लिए नजीर बनी है, वहीं अपने मधुर व्यवहार से मरीजों का दुख दर्द भी बांट रही हैं।

सुमनलता के संबंध में जिला अस्पताल के अधीक्षक डाँक्टर ए के राय खुद बताते हैं कि चाहे केएमसी( कंगारू मदर केयर यूनिट) हो या एस्अएनसीयू, चाहे जनरल वार्ड हो या ब्लड बैंक हर स्थान पर बेहतर तरीके से काम संचालित कराती हैं। गंभीर इमरजेन्सी हो या लेबर रूम में कोई जटिलता तो अपनों की परवाह छोड़ कर जी जान से जुट जाती हैं।

सीएमएस ने बताया कि जब भी कोई बाहरी टीम अस्पताल के निरीक्षण में आती है, तो केएमसी, एसएनसीयू वार्ड, लेबर रूम आदि के बारें में बताने के लिए सुमनलता खुद आगे रहती है। जिला अस्पताल को कायाकल्प एवार्ड दिलाने में इनकी अहम भूमिका रही.