परेशान हूं …… मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है .. यह कहते हुए मेडिकल कालेज के कर्मचारी ने खुदकुशी की

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कालेज के चुतर्थ श्रेणी कर्मचारी मो अख्तर ने शनिवार की दोपहर अपने आवास पर खुदकुशी कर ली। वह फंदा बना कर पंखे से झूल गया। उस वक्त उसकी सात माह की गर्भवती पत्नी रूखसाना अल्ट्रासाउंड कराने गयी थी। खुदकुशी के कुछ देर पहले मो. अख्तर ने अपने बहनोई अमन को फोन किया था और कहा कि वह परेशान है। उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।

35 वर्षीय मो. अख्तर ने एक सुसाइट नोट भी छोड़ा है। इसमें बीआरडी मेडिकल कालेज के कुछ लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है।

चक्सा हुसैन मोहल्ला निवासी अख्तर बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। उसे अपनी मां की जगह मृतक आश्रित कोटे में 2016 में नौकरी मिली थी। वह कालेज परिसर में स्थित टाइप वन क्वार्टर में पत्नी रूखसाना के साथ रहता था। अख्तर की ड्यूटी डाक बांटने की थी।

एक पखवारे पहले उसकी ड्यूटी माइक्रोबायलाॅजी विभाग में लगा दी गयी। वहां उससे कोविड-19 सैम्पल ले जाने का काम लिया जाने लगा। इससे वह परेशान था। उसकी पत्नी दस वर्ष बाद गर्भवती हुई थी और अख्तर उसके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित था। उसे कोविड-19 संक्रमण का भय भी सता रहा था।

शनिवार को दोपहर वह घर पर था। पत्नी अल्ट्रासाउंड कराने गयी थी। अख्तर ने दोपहर में अपने बहनोई अमन को फोन किया कि वह बहुत परेशान है। उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। वह आत्महत्या करने जा रहा है। अमन ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन अख्तर ने फोन काट दिया। अमन उसे लगातार फोन करने लगा लेकिन फोन नहीं उठा। इस पर उसने बहन और भाइयों को इस बात की जानकारी दी। रूखसाना भागते हुए घर पहुंची तो अख्तर को पंखे से लटकता पाया।