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कुर्बानी के लिए सजकर तैयार बकरा बाजार

गोरखपुर। ईद-उल- अज़हा पर्व 12 अगस्त को है, जो तीन दिनों तक चलेगा। कुर्बानी के जानवरों के बाजार गोरखनाथ मछली दफ्तर, रसूलपुर, जामा मस्जिद उर्दू बाजार, खूनीपुर, इलाहीबाग आदि में धीरे-धीरे तेजी आ रही है। कालपी व देसी प्रजाति के बकरों से बाजार गुलजार है। दस बारह किलो के बकरे का दाम सात से लेकर दस बारह हजार रुपए तक है। हैसियत वाले ऊंचे दामों पर व शानदार बकरा खरीद रहे हैं।

हर बार की तरह इस बार भी कुछ खास बकरे अपने वजन व खूबसूरती तो कुछ ज्यादा कीमत की वजह से लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। उर्दू बाजार जामा मस्जिद पर तो बकरों का मेला सज रहा है। बाजार में कई बकरे आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। महंगाई का असर कुर्बानी के जानवरों पर साफ तौर पर नजर आ रहा हैं। सात से लेकर 25 हजार रुपया में बकरा मिल जा रहा है। जितना तंदुरुस्त व खूबसूरत बकरा उतनी ज्यादा उसकी कीमत। मोलभाव का भी दौर चल रहा हैं। भैंस व पड़वें में हिस्सा लेने के लिए प्रति हिस्सा 2200 हजार व 3500 रुपया लिया जा रहा है। बड़े जानवर में सात लोग शिरकत करते हैं, वहीं बकरे में एक लोग।

मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में सामूहिक कुर्बानी का इंतजाम किया गया है। यहां तीन दिन मिलाकर करीब सौ बड़े जानवरों की कुर्बानी होती है।

यहां सजता है कुर्बानी के जानवरों का बाजार

जामा मस्जिद उर्दू बाजार, शाह मारूफ, खूनीपुर जब्हखाना, रेती रोड, गोरखनाथ मछली दफ्तर, मदीना मस्जिद, तुर्कमानपुर, चक्सा हुसैन, पाकीजा होटल खूनीपुर, अस्करगंज, जाफरा बाजार, रसूलपूर, इलाहीबाग, गोरखनाथ, दीवान बाजार, गाजी रौजा, ऊंचवा सहित अन्य जगहों पर बकरा व भैंस का बाजार सजता है। इसके अलावा दूरदराज के गांवों से लोग जानवर बेचने के लिए शहर का रुख करते हैं।

यहां से आते हैं कुर्बानी के जानवर

कुर्बानी के जानवर की आवक बढ़ी है। व्यवसाायियों द्वारा कुर्बानी का जानवर विभिन्न जगहों पर लगने वाले बाजार से लाया जाता है। बाजार में कुर्बानी के जानवर की बिक्री शुरू हो चुकी है। कुर्बानी का जानवर खलीलाबाद, बहराइच, बाराबंकी, चौरीचौरा, फैजाबाद, कालपी, अल्लापुर, फतेहपुर सिकरी, हुजूरपुर, मऊ व आसपास के जिलों से लाया जाता है।

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