पर्यावरणसमाचार

नगर विधायक ने जंतु उद्यान में टाइल्स, मार्बल्स व ग्रेनाइट के अत्यधिक इस्तेमाल पर आपत्ति जताई

गोरखपुर। नगर विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने आज निर्माणाधीन जंतु-उद्यान का निरीक्षण किया और अधिकारियों को रामगढ़ ताल के इको सिस्टम को नुकसान न पहुंचाने और जंतु उद्यान में टाइल्स, मार्बल्स व ग्रेनाइट का अत्यधिक इस्तेमाल न करने की सलाह दी।

निरीक्षण के दौरान प्राइम कंसल्टेंण्ट प्रो रोमेल मेहता,वन विभाग की ओर से सुनील राव तथा कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह सहित अन्य सभी अधिकारी उपस्थित थे ।

नगर विधायक ने कहा कि यह जंतु-उद्यान रामगढ़ ताल के बगल में बन रहा है और जंतु-उद्यान की सीमा में 43 एकड़ का वेट-लैण्ड भी है। एनजीटी के अधिकारी एक बार जंतु-उद्यान का अधिकृत निरीक्षण भी कर चुके हैं।  अधिकारियों को यह सुसुनिश्चित करना चाहिए था कि जंतु-उद्यान में लगातार होने वाले अत्यंत सघन मानवीय तथा मानवेत्तर गतिविधियों से रामगढ़ ताल के इको-सिस्टम को कोई क्षति न पहुंचने पाये अन्यथा एनजीटी किसी भी समय आपत्ति दर्ज करा देगी ।

नगर विधायक ने जंतु-उद्यान में बहुत बड़ी मात्रा में कराये जा रहे टाइल्स,संगमरमर और ग्रेनाइट पत्थरों से असहमति व्यक्ति की और कहा कि जंतु-उद्यान के बाहरी और भीतरी सभी निर्माण कार्यों में सिर्फ़ हरियाली ही हरियाली दिखनी चाहिए लेकिन विभाग ने बाहरी दिवारों तक में ग्रेनाईट पत्थर लगा डाले हैं। ये पत्थर न सिर्फ़ उद्यान के तापमान को बढ़ायेंगे बल्कि उद्यान के प्राकृतिक सौन्दर्य को भी प्रभावित करेंगे। नगर विधायक ने निर्देशित किया कि जितनी दीवारों पर जंहा तक मार्बल तथा ग्रेनाइट लगाये जा चुके अब और अधिक पत्थर कतई न लगाये जाये ।

नगर विधायक ने निर्देशित किया कि पूरे जंतु-उद्यान की सारी चाहरदीवारी को बाहर और भीतर से क्रीपर्स जैसे विभिन्न प्रकार के पौधों से आच्छादित कर दिया जाये । इसके अतिरिक्त जंतु-उद्यान के भीतर के 2.5 किमी लम्बे मार्ग पर इस प्रकार के पौधे लगाये जाये जो दोनों तरफ से सड़क पर ऊपर की तरफ आकर एक वृक्ष-कैनोपी तैयार कर लें,जिससे धूप के दौरान भी बच्चों,महिलाओं तथा वृद्ध नागरिकों को पैदल चलने में गर्मी की अनुभूति न हो ।

डा अग्रवाल ने निर्देशित किया कि 8 एकड़ के खाली मैदान में बच्चों के मनोरंजन की पर्याप्त व्यवस्था की जाये और उद्यान क्षेत्र के सभी खाली मैदानों को इस प्रकार से पेड़-पौधों से आच्छादित कर दिया जाये कि जंतु-उद्यान में भविष्य में उत्सर्जित होने वाले सारे कार्बन की सिक्वेस्ट्रिंग जंतु-उद्यान में ही होकर रह जाये तथा रामगढ़ ताल के इको-सिस्टम को कोई नुकसान न पंहुचे ।

नगर विधायक ने यह भी निर्देश दिया कि मदनमोहन मालवीय इन्जीनियरिंग विश्वविद्यालय के पर्यावरण इंजीनियरिंग विभाग से एक उच्चस्तरीय अध्ययन कराकर यह रिपोर्ट अधिकृत रूप से प्राप्त कर ली जाये कि जंतु-उद्यान के संचालन शुरू होने के उपरांत रामगढ़ ताल के पर्यावरण को कोई क्षति नहीं पहुंचने वाली है। एनजीटी की सम्भावित आपत्तियों के मद्देनजर पूर्व में ही ऐसा अध्ययन अत्यंत आवश्यक है ।

निरीक्षण के दौरान पार्षद धर्मेन्द्र कुमार सिंह,अजय सिंह संचू,बाबूलाल पासवान,आनन्द मिश्र,मुरलीधर पाण्डेय,अनिल शर्मा सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्त्ता उपस्थित थे ।

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