स्वास्थ्य

देवरिया में निकली एनीमिया मुक्त भारत’ के लिए  रैली

पल्स पोलियो अभियान के लिये भी लोगों को जागरूक किया गया 
देवरिया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को राजकीय इंटर कालेज से एनीमिया मुक्त भारत अभियान व पल्स पोलियो अभियान के लिए जनजागरूकता रैली निकाली गई। रैली को सीएमओ डॉ. डीबी शाही ने झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में बैनर पर कई स्लोगन लिखे गए थे। मां बच्चों को स्वस्थ बनाना है, एनीमिया दूर भागना है… आईएफए की गोली खाना है एनिमिया मुक्त भारत बनाना है, जैसे स्लोगन लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। रैली कोतवाली रोड, सिविल लाइन्स, बस स्टैंड होते हुए सीएमओ कार्यालय पहुंचकर संपन्न हुई।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा खून में हीमोग्लोबिन की कमी होना ही एनीमिया है। यह किसी को भी हो सकता है। इसमें थकान होना, बार-बार गला सूखना, आंखों में पीलापन, बालों का झड़ना आदि लक्षण होते हैं। किसी को इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उपचार कराना चाहिए। उन्होंने बताया कि खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा पुरुषों में 12 से 16 और महिलाओं में 11 से 14 होनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को एनीमिया बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है इसलिए उन्हें गर्भावस्था के दौरान समय-समय पर जांच अवश्य करानी चाहिए। पेट के कीड़ों और परजीवियों के कारण यह बीमारी अधिक होती है। बच्चों को समय-समय पर अभियान के तहत एलबेंडाजोल की गोली भी खिलाई जाती है। उन्होंने बताया कि सीएचसी पर एनीमिया के उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
पल्स पोलियो अभियान के संबंध में सीएमओ ने कहा शून्य से पांच वर्ष के 4.79 लाख बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए लक्षित किया गया है। पहले दिन बूथों पर बच्चों के मनोरंजन के लिए साधन भी उपलब्ध कराएं जाएंगे ताकि लोग अपने पाल्यों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में बूथों तक लाएं अभियान के प्रथम दिन यानि 19 जनवरी को पोलियो बूथ पर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी, दूसरे दिन से आशा, आंगनबाड़ी घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी।
 कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ वीपी सिंह ने कहा चार विभाग मिलकर एनीमिया के खिलाफ अभियान चलाएंगे। कार्यक्रम के मुताबिक 06 -19 वर्ष के स्कूली बच्चों तथा गर्भवती के लिए विशेष कार्यक्रम संचालित किए जाने हैं। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार तथा पंचायत राज विभाग को शामिल किया गया है। इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनीमिया एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है, जो विभिन्न आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करता है। एनीमिया की दर में कमी लाने के लिए आयरन के सिरप व गोली का आच्छादन बढ़ाने के साथ-साथ एनीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है। जागरूकता के लिए कार्यक्रम जनपद स्तर, ब्लॉक स्तर तथा स्कूल स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।
 इस अवसर पर एसीएमओ डॉ संजय चंद, एसीएमओ राजेंद्र प्रसाद, डीपीएम पूनम, डीसीपीएम राजेश गुप्ता, यूनिसेफ के डॉ हसन, राकेश चंद सहित अन्य मौजूद रहे।

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