आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष नितिन राज समेत कई युवाओं की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या-इनौस

 इलाहाबाद. इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस) ने लखनऊ में आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के प्रदेश उपाध्यक्ष नितिन राज समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने और 22 ज्ञात व डेढ़ सौ अज्ञात लोगों पर मुकदमा करने की कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कड़े शब्दों में भर्त्सना की है.

इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी नहीं दमन का केंद्र बन गया है. लोकतांत्रिक प्रतिवाद, विरोध करने पर भी मुकदमा लगा कर जेल भेज दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ‘मुस्कुराइए आप लखनऊ में है’ का स्लोगन बदलकर ‘ डरिए आप लखनऊ में हैं’ हो गया है.

इंकलाबी नौजवान सभा ( इनौस ) के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि सीएए , एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ शांतिपूर्वक तरीके से घंटाघर लखनऊ में चल रहे प्रदर्शन का समर्थन करने की वजह से सरकार युवाओं को जेल भेज रही है. घंटाघर को क्षतिग्रस्त करने ,पर्यटकों से मारपीट करने, रोड जाम करने व पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का झूठा व मनगढ़ंत आरोप लगा कर केस दर्ज किया गया है ताकि युवाओं की लोकतांत्रिक आवाज को दबाया जा सके.

उन्होंने कहा कि योगी सरकार धारा 144के नाम पर असहमति की हर आवज को ख़त्म कर देना चाहती है और बहुमत का इस्तेमाल कर अध्यादेश लाकर न्यायालयों के निर्णयों को भी बदल दे रही है जो सरकार के मनमाने व तानाशाही रवैए को दिखाता है.

इनौस के प्रदेश सह सचिव राजीव गुप्ता ने नितिन राज, अश्वनी यादव, सुधांशु बाजपेयी समेत गिरफ्तार सभी लोगों को बिना शर्त रिहाई की मांग करते हुए कहा कि सरकार चाहे जितना भी दमन करे नौजवानों व छात्रों की लोकतांत्रिक आवाज को नहीं दबा सकती। इस दमन के खिलाफ पूरे प्रदेश व जरूरत पड़ी तो देश व्यापी विरोध प्रदर्शन कर छात्र-नौजवान दमनकारी सरकार को झुकाने का काम करेंगे।