स्वास्थ्य

देवरिया में 23 लाख लोगों ने खाई फाइलेरिया से बचाव की दवा

देवरिया। जनपद में 10 फरवरी से फाइलेरिया नियंत्रण के तहत शुरू हुए अभियान में अबतक 23 लाख लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा चुकी है। विभाग द्वारा गठित टीम ने घर .घर पहुंचकर लोगों को एलबेन्डाजोल खुराक खिलाई।

फाइलेरिया दिवस पर शुरू हुआ अभियान पूरे जिले में चला. विभाग ने  32 1 370 1 जनसँख्या में 2731646 लोगों को दवा खिलने का लक्ष्य रखा. इसके लिए 2571 टीमों को घर-घर दस्तक देकर दवा की खुराक खिलने की जिम्मेदारी दी गई और 386 पर्यवेक्षक की तैनाती की गई. इस अभियान के तहत अबतक 23 लाख लोगों को फाइलेरिया की खुराक दी गई है। जिसमे 2 से 5 वर्ष के बच्चों को एक गोली, 5 से 15 वर्ष के बच्चों को दो गोली व 15 से ऊपर के व्यक्तियों को तीन गोली की खुराक दी गई.

सहायक मलेरिया अधिकारी सीपी मिश्रा व सुधाकर मणि ने बताया कि एलबेन्डाजोल दवा दो वर्ष से काम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओँ, अत्यंत वृद्ध व बीमार लोगों को वर्जित है. उन्होंने बताया कि तेज बुखार आना, हाथ पैर की नसों का फूलना, दर्द का होना और जांघ में गिल्टियों का उभर आना, हाथ पैर, अंडकोष, स्तन तथा गुप्तांग आदि में सूजन आना और पेशाब में सफेदी आना फाइलेरिया रोग के लक्षण हैं। इससे काम करने और चलने में दिक्कत आती है। साथ ही अंग की कार्यक्षमता कम हो जाती है। फाइलेरिया फैलाने वाले मच्छर घरों के आसपास नालियों, गड्ढों एवं घरों के अंदर गंदे रुके पानी में पनपते हैं। इसलिए घर के आसपास गंदा पानी एकत्रित नहीं होने दें। अधिकारीयों बताया कि मापअप राउंड के तहत छूटे लोगों को दवा खुराक दी गई है।

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