चिलुआताल के इंस्पेक्टर और मजनू चौकी के इंचार्ज लाइन हाजिर, कच्ची शराब के धंधे पर रोक लगाने में विफलता पर हुई कार्रवाई

गोरखपुर। लाॅक डाउन के बावजूद रोहुआ गांव में खुलेआम हो रहे कच्ची शराब के कारोबार की खबर पर आखिरकार पुलिस अफसरों को संज्ञान लेना पड़ा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. सुनील कुमार गुप्त ने कल शाम चिलुआताल के इंस्पेक्टर सूर्यभान सिंह और मजनू चौकी के इंचार्ज मनोज वर्मा को लाइन हाजिर कर दिया।

एसएसपी ने कहा है कि इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज को कार्य में लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर किया गया है लेकिन समझा जाता है कि चिलुआताल क्षेत्र में कच्ची शराब के कारोबार पर रोक लगा पाने में विफलता पर यह कार्यवाही की गई है।

रोहुआ गांव में आज चार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गयी है.

गोरखपुर न्यूज लाइन ने रोहुआ ग्राम सभा में कोरोना महामारी के कारण हुए देशव्यापी लाकडाउन के बावजूद कच्ची शराब बनाने और बेचने धंधे पर 26 और 27 मार्च को तस्वीर के साथ समाचार प्रकाशित किया था।

रोहुआ ग्राम सभा चिलुआताल थाना क्षेेत्र में आता है। इस थाना क्षेत्र में मजनू में पुलिस चौकी स्थापित है। पुलिस चौकी से मात्र चार किलोमीटर दूर यह गांव स्थित है। यह गांव कच्ची शराब के लिए काफी समय से चर्चित है। कच्ची शराब के धंधे को लेकर मजनू चौकी के दो इंचार्ज पूर्व में भी निलम्बित हो चुके थें। कच्ची शराब के अवैध कारोबार की शिकायत करने पर यहां के ग्राम प्रधान को छह महीने पहले पीट दिया गया था।

कोरोना महामारी को रोकने के लिए घोषित देशव्यापी लाकडाउन के चलते हर तरह की गतिविधियां ठप पड़ी थी लेकिन इस गांव में कच्ची शराब का बनना बंद नहीं हुआ। इस गांव के कई युवकों ने 26 मांर्च को गोरखपुर न्यूज लाइन से सम्पर्क कर बताया कि यहां पर बेखौफ होकर कच्ची शराब बनायी जा रही है जिसका सेवन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।

गांव में आधा दर्जन स्थानों पर कच्ची शराब बनायी और बेची जा रही थी। समाचार प्रकाशित होेने के बाद 25 मार्च की शाम छह बजे कुछ पुलिस कर्मी गांव आए। आश्चर्यजनक रूप से उनके आने के पहले शराब बनाने के ठेके अचानक बंद हो गए। पुलिस कर्मी जब निरीक्षण कर चले गए तो ठेके फिर आबाद हो गए।

शुक्रवार को दिन में दो सिपाहियों की गांव में ड्यूटी लगी। मजनू चैकी से आए ये दो सिपाही पूरे दिन गांव में जमे रहे जिसके चलते कच्ची शराब के ठेके बंद रहे। शाम को वे वापस चले गए। सिपाहियों के जाते ही कच्ची शराब के ठेके फिर गुलजार हो गए। शनिवार को भी यही स्थिति रही।

इंस्पेक्टर और चैकी इंचार्ज के लाइन हाजिर होने के बाद आज गांव में चार पुलिस कर्मी ड्यूटी कर रहे हैं। कच्ची शराब के कारोबारी भी गांव से गायब हैं। देखना है कि इस गांव से अब कच्ची शराब का धंधा बंद होता है या कुछ दिन बंद रहने के बाद फिर चालू हो जाता है।