गोरखपुर जिले में 5200 होम क्वेरेंटाइन, 10 की जाँच हुई, सभी निगेटिव -सीएमओ

30 बेड का कोरोना सपर्पित स्तर अस्पताल तैयार, नौसढ़ और रेलवे बस अड्डे पर हो रही है थर्मल स्कैनिंग, बीमारों को भेजा जा रहा है जिला अस्पताल

गोरखपुर. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा है कि जिले में अभी तक 10 संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच कराई गई है और सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। यानी कोई भी पॉजीटिव केस अभी तक नहीं है। उन्होंने बताया कि विदेश और देश के अन्य हिस्सों से आए 5200 से अधिक लोगों के घर पहुंच कर 80 स्वास्थ्य टीम उन सभी लोगों को होम क्वेरेंटाइन कर चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि आइसोलेशन वार्ड, कोरोना समर्पित अस्पताल और क्वेरेंटाइन वार्ड का मुकम्मल इंतजाम है। नौसढ़ और रेलवे बस अड्डे पर दो-दो अलग-अलग टीम बाहर से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग कर रही हैं। जो भी बुखार का रोगी मिल रहा है उसे जिला अस्पताल भेजा जा रहा है।

सीएमओ ने बताया कि जिले में 30 बेड का कोरोना सपर्पित स्तर एक अस्पताल, जिला अस्पताल में 23 बेड का आइसोलेशन वार्ड, यहीं पर 3 बेड क्वेरेंटाइन के तौर पर, बीआरडी मेडिकल कालेज में 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड, 100 शैय्या बेड के टीबी अस्पताल में 90 बेड का क्वेरेंटाइन वार्ड तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि आवश्यकतानुसार अतिरिक्त इंतजाम भी किये जा रहे हैं। यह सारे उपाय एहतियातन किये जा रहे हैं और इससे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है।

 

सीएमओ ने बताया कि रविवार को भी गांवों और शहरी वार्डों में 80 स्वास्थ्य टीमों ने बाहर से आए लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग की। सभी एसीएमओ भी फील्ड में रहे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि न तो घबराने की आवश्यकता है और न ही अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत।

सीएमओ ने होम क्वेरेंटाइन किये जा रहे लोगों से खासतौर पर अपील की है कि वह अपने परिवार के बीच भी एक दूसरे से संपर्क न करें। घर में भी पूरी सतर्कता रखें। ऐसे परिवारों के संपर्क से लोग खुद को अलग रखें। निगरानी पूरी होने तक सभी को सहयोग देना होगा। उन्होंने बताया कि मेडिकल टीम और फ्रंटलाइन वर्कर्स गांव-गांव और शहरी वार्डों का दौरा कर हेल्थ स्क्रीनिंग कर रहे हैं। खासतौर से विदेश या देश के अन्य हिस्सों से आए लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा रही है। बाहर से आए लोग अगर बीमार हैं तो उन्हें आवश्यकतानुसार अस्पताल भेज कर इलाज करवाया जा रहा है। ऐसे ही लोगों को होम क्वेरेंटाइन किया जा रहा है। अभियान की निगरानी सीएमओ के अलावा सभी क्षेत्रीय एसीएमओ, जिला क्षय रोग अधिकारी, जिला कुष्ठ रोग अधिकारी और जिला मलेरिया अधिकारी भी कर रहे हैं।

 

सीएमओ ने कहा कि कोविन-19 के इलाज से जुड़े सभी अस्पतालों व वार्डों के चिकित्साधिकारी, चिकित्सक व स्टॉफ प्रशिक्षित किया जा चुका है। इन सभी अस्पतालों को एन-95 मॉस्क, ट्रिपल लेयर मॉस्क, पीपीई किट, 500 एमएल सेनेटाइजर, 25 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर, 5 लीटर सोडियम हाइड्रोक्लोराइड, ग्लब्स, इंफ्रारेड थर्मामीटर, वीटीएम वायल, स्वाब स्टीक और स्प्रे मशीन प्रत्येक इकाई को उपलब्ध कराए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त लॉजीस्टिक भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

कोरोना के बारे में अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें

सीएमओ ने यह भी बताया कि कोरोना के बारे में अधिक जानकारी के लिए प्रामाणिक नंबरों पर ही सम्पर्क किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके सीयूजी नंबर, एसीएमओ और एमओआईसी के मोबाइल नंबर पर सिर्फ महत्वपूर्ण सूचना देने या जानकारी के लिए ही फोन किया जाना चाहिए। बीमारी के बारे में विस्तृत जानकारी इन नंबरों पर मिल जाएगी।

चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश – 1800-180-5145 , स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय – 011- 23978046, टोल फ्री नंबर- 1075, गोरखपुर में स्वास्थ्य विभाग का कंट्रोल रूम नंबर 0551-2205145