ठूठीबारी में अधिवक्ता को पुलिस ने जमकर पीटा, घसीटते हुए कोतवाली ले गयी

बिना किसी कारण के पुलिस कर्मियों द्वारा गाली दिए जाने का विरोध करने पर पुलिस ने दिखायी बर्बरता

महराजगंज। अपशब्द बोलने का विरोध करने पर ठूठीबारी कोतवाली पुलिस ने 30 मई को अधिवक्ता एवं सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था ‘ बुद्ध से कबीर तक ‘ के सक्रिय सदस्य जगदम्बा राज जायसवाल को बुरी तरह पीटा और घसीटते हुए कोतवाली ले गयी। उन्हें कोतवाली में भी पीटा गया और दो घंटे रखने के बाद शांति भंग में चालान कर दिया गया। अधिवक्ता को बचाने आए उनकी मां, भाई और पिता को भी पुलिस कर्मियों ने पीटा।

इस घटना को लेकर अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहरा रोष है। मामला गंभीर होता देख पुलिस कप्तान ने ठूठीबारी कोतवाली के दो पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया है।

ठूठीबारी में झरही नदी के पास से नेपाल बार्डर तक बाईपास सड़क बननी है जिसके लिए इन दिनों अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है। शनिवार को भी अतिक्रमण हटाया जा रहा था। नदी के तटबंध से कुछ दूरी पर अधिवक्ता जगदम्बा राज जायसवाल की जमीन है। वह अपने जमीन पर अकेले खड़े थे। उसी वक्त दो पुलिस कर्मी उनकी तरफ आए और बिना किसी कारण के उन्हें गाली देने लगे।

श्री जायसवाल ने गाली दिए जाने का विरोध किया। इसके बाद दोनों पुलिस कर्मी चले गए। कुछ देर बाद वे दोनों पुलिस कर्मी कुछ और पुलिस कर्मियों के साथ आए और श्री जायसवाल के घर पहुंचकर उन्हें खींचने लगे। यह देख आस-पास के लोग जुट गए और उन्होंने पुलिस कर्मियों को रोक। थोड़ी देर बाद ठूठीबारी कोतवाल खुद बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों के साथ आए और घर में घुस कर जगदम्बा राज जायसवाल को पीटने लगे। उनको बचाने आए पिता जितेन्द्र जायसवाल, मां सुमित्रा और भाई जसवंत राज जायसवाल को भी पीटा गया।

अधिवक्ता जगदम्बा राज जायसवाल को पुलिस कर्मी पीटते-घसीटते हुए कोतवाली ले गए। इस दौरान उनका मोबाइल भी तोड़ दिया गया। श्री जायसवाल ने बताया कि कोतवाली में उन्हें पट्टे, डंडे और लात-घूंसों से बुरी तरह पीटा गया। दो घंटे तक उन्हें कोतवाली में रखने के बाद चालान कर दिया गया जहां उनकी शाम को जमानत हो गयी।

पुलिस की पिटाई से श्री जायसवाल की आंख, हाथ, पीठ सहित पूरे शरीर में गंभीर चोटें आयी हैं।
श्री जायसवाल महराजगंज सिविल कोर्ट में अधिवक्ता हैं। वह साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए काम करने वाली सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था ‘ बुद्ध से कबीर तक ’ से भी जुड़े हुए हैं। उनके साथ हुई इस घटना से अधिवक्ता व सामाजिक कार्यकर्ता गुस्से में हैं और सोशल मीडिया पर निंदा कर रहे हैं। सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और सोमवार को श्री जायसवाल को महराजगंज बुलाया गया है।

मामला गंभीर होता देख ठूठीबारी कोतवाली के दो पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। निचलौल के सीओ और कोतवाल भी आज श्री जायसवाल से मिलने उनके घर पहूुंचे और घटना पर खेद जताया। श्री जायसवाल ने कहा कि बिना कारण उन्हें बुरी तरह पीटा गया है। वह इस मामले में झुकेंगे नहीं। उन्होंने सभी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की।