शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर उतरे कांग्रेसी, प्रदेश अध्यक्ष सहित सैकड़ों कार्यकर्ता हिरासत में

लखनऊ. कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम की सोमवार की रात सीएए-एनआरसी आंदोलन के ममले में गिरफ्तारी का विरोध कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र मोनू, महासचिव विश्वविजय सिंह सहित सैकड़ों कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को आज दोपहर हिरासत में ले लिया गया। सभी कांग्रेसियों को इको गार्डन परिसर में रखा गया है।

इसके पहले शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी का विरोध करने हजरतगंज कोतवाली पहुंचे कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम सोमवार की रात करीब आठ बजे कालीदास मार्ग स्थित एक अर्पाटमेंट में अपने परिचित से मिलने जा रहे थे। अभी वह गेट पर पहुंचे थे कि कई गाड़ियों में आयी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और गाड़ी में बिठाकर चली गयी। उन्हें पकड़ने वाले अधिकतर पुलिस कर्मी सादे वर्दी में थे।

इस घटना की जानकारी जब कांग्रेसियों को मिली तो वे हजरतगंज कोतवाली पहुंच गए। कुछ देर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र मोनू, प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह आदि भी कोतवाली पहुंचे। यहां पर पुलिस अफसरों से कांग्रेस नेताओं की तीखी नोकझोंक हुई। प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस के इस कदम को तानाशाही करार दिया और कहा कि सत्ता के इशारे पर पुलिस कांग्रेस नेताओं का उत्पीड़न कर रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि 19 दिसम्बर 2019 की जिस घटना के सम्बन्ध में शाहनवाज आलम को गिरफ्तार किया गया है, उस दिन सुबह से ही उनके साथ थे और प्रदर्शन के दौरान उनके साथ ही गिरफ्तार किए गए थे। वे दोनों रात में छूटे। ऐसे में वह किसी हिंसक घटना में कैसे शामिल हो सकते है ? पुलिस जानबूझ कर फर्जी मामले में फंसा रही है।

हजरतगंज कोतवाली में गर्मागर्म बहस के दौरान कांग्रेस नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने उन पर लाठियां भांजी। एक कार्यकर्ता को गंभीर चोट आयी है। इस घटना के वीडियो में पुलिसकर्मी कांग्रेस कार्यकर्ता को घेर कर लाठी बरसाते दिख रहे हैं।

यह घटनाक्रम पूरी रात चला। आज सुबह पुलिस ने शाहनवाज आलम को जेल भेज दिया। लखनऊ  पुलिस ने कहा कि 19 दिसम्बर को सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में हिंसा की घटनाओं के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। घटना की जांच पड़ताल में शाहनवाज आलम के खिलाफ साक्ष्य पाए गए हैं।

शाहनवाज आलम की गिरफतारी की जानकारी मिलने पर कांग्रेस दफ्तर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जुटने लगे। दोपहर 12 बजे के करीब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विश्वविजय सिंह आदि के नेतृत्व में कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर से विरोध प्रदर्शन के लिए निकले। कांग्रेस कार्यालय के बाहर पहले से ही बडी संख्या में पुलिस तैनात थी। कांग्रेस नेताओं को कार्यालय के बाहर ही रोक लिया गया। इस दौरान पुलिस से कांग्रेस नेताओं की जमकर कहासुनी और धक्कामुक्की हुई। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया और बस में बैठाकर इको गार्डन भेज दिया। कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता यहां मौजूद हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए फेसबुक पर लिखा है कि ‘ पुलिस की कार्रवाई दमनकारी और अलोकतांत्रिक है। कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमो से नहीं डरने वाले। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औजार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से नहीं रोक सकती है, हमारी पार्टी की नहीं। ‘

उन्होंने शाहनवाज आलम की गिरफतारी का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ‘ देखिए, किस तरह यूपी पुलिस ने हमारे अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष को रात के अंधरे में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्तों के लिए जेल में रखा। ’