भाकपा कार्यालय पर भड़काऊ पोस्टर लगाने और साइनबोर्ड पर कालिख पोतने के खिलाफ एसएसपी को ज्ञापन दिया

वाराणसी. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय और बीएचयू गेट पर “ विश्व हिन्दू सेना” और उसके स्वघोषित अध्यक्ष द्वारा भड़काऊ पोस्टर लगाने और साइनबोर्ड पर कालिख पोतने की घटना से नाराज भाकपा और वामपंथी दलों के पदाधिकारियों ने 29 जून को एसएसपी को ज्ञापन देकर कार्यवाही की. वामपंथी दलों ने इस घटना को वाराणसी की राजनैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक सहिष्णुता को पलीता लगाने की कोशिश बताया है.

ज्ञापन में कहा गया है कि 25 जून को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के गोदौलिया, वाराणसी स्थित जिला कार्यालय पर विवादित और भावनायें भड़काने वाला पोस्टर लगा दिया गया। इससे सभी शांतिप्रिय और सभ्य नागरिकों को भावनात्मक चोट पहुंची। यह खबर उसने स्थानीय समाचार पत्र में प्रकाशित हुई और सोशल मीडिया पर वायरल हुई।

इसके बाद 29/ 30 जून की रात को भाकपा जिला कार्यालय को क्षति पहुंचाने की गरज से और कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं को भड़काने के उद्देश्य से भाकपा कार्यालय के साइनबोर्ड पर कालिख पोत दी गयी। उकसावे की तमाम कार्यवाहियों के बावजूद भाकपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने शान्ति बनाये रखी है और अपने कानूनी अधिकार का प्रयोग करते हुये वामपंथी दलों के स्थानीय नेताओं एवं समान विचारधारा वाले संगठनों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, वाराणसी से मिल कर घटना के बारे में जानकरी दी.

इसी कथित संगठन ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ( बीएचयू ) के मुख्य द्वार के आस पास बैनर्स भी  लगाये हैं जिनमें धमकी दी गयी थी कि ‘कम्युनिस्ट’ इस विश्वविद्यालय में प्रवेश न करें’।

ज्ञापन में कहा गया है कि आज जब देश सीमाओं पर संकट और कोविड-19 की गंभीर चुनौतियों को झेल रहा है, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और कम्युनिस्ट विचारधारा के अनुयायी देश के समक्ष मौजूद इन चुनौतियों का मिल कर मुकाबला करने में व्यस्त हैं, एक अराजक और समाज विरोधी गिरोह निरंतर उन्हें हानि पहुंचाने की करतूतों को खुल कर अंजाम दे रहा है। इतना ही नहीं वह देश विदेश में प्रतिष्ठित उस विश्व विद्यालय, बीएचयू को अपनी करतूतों का केन्द्र बनाने में जुटा है जिसने देश को अनेक प्रगतिशील बुध्दिजीवी, वैज्ञानिक, साहित्यकार और राजनेता दिये हैं। ज्ञापन में मांग की गयी कि जल्द से जल्द इस संगठन की गतिविधियों पर लगाम लगाए अन्यथा हम सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।

प्रतिनिधि मंडल में कॉमरेड जयशंकर सिंह, कॉमरेड अजय मुखर्जी, डॉ मोहम्मद आरिफ, कॉमरेड नंदलाल, कॉमरेड विजय कुमार, कॉमरेड संजय भट्टाचार्य सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।