बच्चों को दी गयी विटामिन-ए की खुराक, लगे निमोनिया के टीके 

 देवरिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शिव शरणप्पा जीएन ने गुरुवार को बाल स्वास्थ्य पोषण माह अभियान की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी लोग अपने नैनिहालों को लेकर जरूर जाएँ  ताकि उनकी जांच और खुराक के बारे में जानकारी दी जा सके। उन्होंने इस दौरान कई बच्चों को विटामिन ए की खुराक भी पिलाई। साथ ही निमोनिया से बच्चों को बचाने के लिए न्यमोकॉकल वैक्सीन का भी शुभारम्भ किया गया।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ आलोक कुमार पांडेय ने कहा कोरोना संक्रमण के बीच अभियान चलाया जा रहा है, इसलिए विभाग को कोविड-19 के सभी प्रोटोकाल का भी पालन करना होगा। इस बार जिले में 3.92 लाख बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि 60 फीसदी से अधिक बच्चों में विटामिन ए की कमी का खतरा होता है जो बच्चों में बीमारी एवं मृत्यु दर की आशंकाओं को बढ़ाता है। ऐसे में बच्चों को एक वर्ष में दो बार विटामिन एक की निर्धारित खुराक दी जाती है। इससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसीएमओ डॉ. डीवी शाही ने कहा बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। साथ ही शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखा जायेगा। आयरन और विटामिन ए से बच्चों को कुपोषण से बचाया जाता है। उनका शारीरिक और मानसिक विकास ठीक से होता है। एसीएमओ ने कहा यह विटामिन ए सम्पूरण  कार्यक्रम है,जिसमें विटामिन ए की खुराक सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्क दी जाएगी।
कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद, एसीएमओ डॉ. सुरेंद्र सिंह, यूनिसेफ के डॉ हसन, भुनेश्वर शर्मा, एआरओ राकेश चंद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
जिले को मिली 16  हजार  वैक्सीन   
कार्यक्रम के दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसीएमओ डॉ डीवी शाही ने कहा जिले को 16,800 न्यूमोकॉकल कांजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) मिली है। नियमित टीकाकरण में न्यूमोकॉकल कांजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को शामिल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि  न्यूमोकॉकल कांजूगेट वैक्सीन अब तक प्राइवेट अस्पतालों में महंगे दामों पर लगाई जाती थी। अब इसे सरकारी स्वास्थ्य केन्दों पर निशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इस टीके के आ जाने से निमोनिया, सर्दी, जुकाम , दिमागी बुखार को रोका जा सकेगा।  इस बीमारी में पीसीवी की तीन  डोज डेढ माह,  साढ़े तीन माह के सब बूस्टर डोज और नौ माह पर दी जाएगी। पीसीवी को भी सरकारी अस्पतालों में नियमित टीकाकरण में शामिल कर दिया है।