सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान में गोरखपुर में 9.67 और कुशीनगर में 6.39 लाख लोगों की होगी स्क्रीनिंग 

गोरखपुर/ कुशीनगर। सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान जिले के तहत गोरखपुर जिले में 9.67 लाख और कुशीनगर जिले में 6.39 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। दो में से शुरू हुआ अभियान 12 जनवरी तक चलेगा।

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. रामेश्वर मिश्र ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर प्रसाद पांडेय की देखरेख में इस अभियान के लिए 318 टीम क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि पहले चरण का अभियान अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, जिला कारागार, अन्य कारागार एक, दो एवं तीन में 26 दिसम्बर से दो जनवरी तक चलाया गया, जिसमें 1795 लोगों की टीबी के लक्षणों के आधार पर स्क्रीनिंग की गयी थी। इनमें से कुल 12 लोग टीबी पॉजीटिव पाए गए जिनका इलाज शुरू कर दिया गया है।

डीटीओ ने बताया कि पिछले दिनों चले अभियान में कुल 1729 लोगों की कोविड जांच भी की गयी थी, लेकिन सभी लोग कोविड निगेटिव पाए गए। पिछले दो जनवरी से शुरू होकर 12 जनवरी तक चलने वाले अभियान में भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी। आवश्यकतानुसार मरीजों की कोविड जांच के भी दिशा-निर्देश हैं। अभियान में सहयोग के लिए 71 पर्यवेक्षक, 38 लैब टेक्निशियन और 21 चिकित्सा अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने बताया कि 20 दिसम्बर तक इस साल जिले में सरकारी क्षेत्र से 4510 टीबी रोगी, जबकि निजी क्षेत्र से 3502 टीबी रोगी चिन्हित किये गये हैं जिनका इलाज चल रहा है। दोनों चरण के अभियान के दौरान जो भी नये टीबी रोगी चिन्हित किये जाएंगे उनको निःशुल्क इलाज के साथ-साथ 500 रुपये प्रति माह पोषण के लिए भी दिये जाएंगे।

डीटीओ ने जनसमुदाय से अपील की है कि टीबी के बाल रोगियों को गोद लेने के लिए खुद आगे आएं। कोई भी व्यक्ति, संस्था और संगठन टीबी के बाल रोगियों को गोद लेकर उनकी निगरानी व सहयोग कर सकता है। उन्होंने बताया कि एक अगस्त 2019 से 25 दिसम्बर 2020 तक जिले में कुल 2158 बाल रोगी पाए गए। इन रोगियों की उम्र शून्य से 18 वर्ष के बीच है। इनमें से 54 रोगियों को गोद लिया गया जिनमें से 41 स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में 458 बच्चे ऐसे हैं जिन्हें गोद देने की प्रक्रिया चल रही है।

कुशीनगर जिले में टीबी रोगी खोज अभियान में 208 टीमें सक्रिय 

कुशीनगर के जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.बीपी नरसरिया ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत 12 जनवरी तक सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान चलेगा। इसके लिए 208 टीम लगायी गयी है। पर्यवेक्षण का दायित्व 41 सुपरवाइजर्स को सौंपा गया है। अभियान के दो दिनों में 1.25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गयी है। टीम 6.39 लाख की आबादी में घर-घर जाएगी तथा स्क्रीनिंग करेगी। ऐसे में टीबी के लक्षण वाले व्यक्ति रोग को छिपाएं नहीं बल्कि ठीक से बताएं, वरना एक टीबी रोगी अपने जीवन काल में करीब एक दर्जन लोगों को टीबी से बीमार कर देगा।

उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान मलिन बस्ती, उच्च जोखिम आबादी तथा मुसहर गाँव में विशेष फोकस रहेगा। उन्होंने जन सामान्य से अपील की है कि यदि टीम के लोग किसी के घर पहुंचे तो टीबी के लक्षण वाले व्यक्ति रोग को छिपाएं नहीं, बल्कि लक्षणों के बारे में खुलकर बताएं। टीबी रोग की पुष्टि होने पर उनका समुचित इलाज होगा।

उन्होंने कहा कि “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” थीम पर चल रहे अभियान के दौरान टीम के लोग जन सामान्य को विभिन्न माध्यमों से जागरूक कर रहे हैं। टीबी रोगी के बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति ( गैर वेतनभोगी) को 500 रूपए प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाएंगे। इलाज के दौरान रोगी को भी प्रतिमाह 500 रूपए दिए जाएंगे। अभियान के तहत किसी व्यक्ति का बलगम ॠणात्मक मिलने पर उसका एक्स-रे कराया जाएगा तथा धनात्मक मिलने पर उसकी जांच सीबीनॉट मशीन से करायी जायेगी।

उन्होंने कहा कि अभियान का तीसरा चरण 13 से 25 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान निजी अस्पतालों और चिकित्सकों को टीबी रोगियों को नोटीफाई करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह भी बताया जाएगा कि टीबी रोगियों की सूचना जिला क्षय रोग कार्यालय पर जरूर दें ।