विकलांग अल्ताफ की मदद को आगे आये कई संगठन

गोरखपुर। हिन्दू मुस्लिम एकता कमेटी की ओर से इमामबाड़ा इस्टेट मियां बाजार में विकलांग अल्ताफ हुसैन की मदद के लिए एक आयोजन शनिवार को किया गया। एक पैर न होने के बावजूद इमामबाड़ा इस्टेट की जामा मस्जिद में प्रतिदिन पांच वक्त की नमाज अदा करने, रोजगार के लिए सेल्समैन की नौकरी करने व समाज को विकलांग होने के बावजूद आत्मनिभर्र बनने की प्रेरणा देने वाले अल्ताफ का हौसला बढ़ाने के लिए तमाम संगठनों के लोग मौजूद रहे। संगठनों ने अल्ताफ को कम्बल, शॉल, जैकेट व नगद धनराशि मदद के तौर पर दी।

कमेटी के संरक्षक शाकिर अली सलमानी ने कहा कि अल्ताफ हुसैन का एक पैर दो साल पहले शब-ए-बारात की रात दुर्घटना में कट गया था। अल्ताफ की उम्र 18 साल है। विकलांगता प्रमाणपत्र भी लेकिन किसी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। समाज के जागरूक लोगों ने अल्ताफ की परेशानी को समझा व मदद करने का फैसला लिया। जल्द कमेटी के जरिए मुख्यमंत्री कार्यालय में ट्राई साइकिल के लिए आवेदन किया जाएगा। सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए एक मांगपत्र जिला प्रशासन को सौंपा जायेगा।

कमेटी के सचिव पं. विपुल त्रिपाठी ने कहा कि धर्म जाति से ऊपर उठ कर कमेटी काम कर रही है। अल्ताफ को ट्राई साइकिल दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में पंजीकरण करवाया जाएगा। इसके अलावा अन्य सरकारी योजना का लाभ दिलवाया जाएगा। इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि हम लोग मिलजुलकर अल्ताफ की सहायता करेंगे और जहां तक हो सकेगा सरकारी तौर से भी मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

 

ऑल इडिया ह्यूमन राइट्स के जिलाध्यक्ष मो. रजी सिद्दीकी ने कहा कि असहायों की मदद करना पुनीत कार्य है। अल्ताफ तो समाज के नौजवानों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। एक पैर न होने के बावजूद पांचों वक्त की नमाज मस्जिद में अदा करना, रोजी रोटी के लिए सेल्समैन की नौकरी करना आत्मनिर्भर बनना काबिले तारीफ है।

अल फलाह सोसायटी के अध्यक्ष अफरोज अहमद ने कहा कि अल्ताफ एक होनहार नौजवान है। अल्ताफ की आगे भी मदद की जाएगी।

हिन्दू मुस्लिम कमेटी के अध्यक्ष यासिर अली ने कहा कि सभी लोगों को एक दूसरे की मदद कर एक दूसरे का सहारा बनना चाहिए। अल्ताफ की आगे भी हरसंभव मदद की जाएगी।

इस मौके पर रज्जाक आसामी, आदित्य तिवारी, हर्ष दूबे, आरोव त्रिपाठी, आफताब अहमद, कैस अख्तर सलमानी, अनीस अहमद, योगेंद्र कुमार गौड़ आदि मौजूद रहे।