एक साथ पांच बच्चों के टेढ़े -मेढे पैरों की हुई सर्जरी 

देवरिया. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला चिकित्सालय में मिरैकल फीट संस्था के सहयोग से संचालित क्लब फुट क्लीनिक में पहली बार एक साथ पांच बच्चों के टेढ़े मेढ़े पंजे की निशुल्क सर्जरी की गई। सभी बच्चों के पैरों की सफल सर्जरी ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. शुभलाल शाह ने किया। इन बच्चों को बैतालपुर, गौरीबाजार, बनकटा ब्लाक के आरबीएस के टीम ने चयनित कर जिला चिकित्सालय में संदर्भित किया।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के  नोडल अधिकारी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद  ने बताया कि पांच वर्ष से छोटे बच्चे जो क्लब फुट (टेड़ेमेढे पंजे ) से पीड़ित हैं उनके परिजन अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आरबीएस के टीम से संपर्क कर निशुल्क इलाज करा सकते हैं। मिरैकल फीट संस्था द्वारा इस वित्तीय वर्ष में ऐसे छह बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है। मिरैकल फीट इंडिया संस्था के प्रोग्राम एडजेक्टिव परमवीर कुमार  ने बताया कि मिरैकल फीट संस्था इन बच्चों को निशुल्क ब्रेस  जो कि विशेष प्रकार के जूते होते हैं को उपलब्ध कराती है।
मुख्य चिकित्सा  अधिकारी डॉ. आलोक पाण्डेय  ने बताया कि क्लब फुट का यदि सही समय पर ईलाज न कराया गया तो विकलांगता का रूप ले लेता है। उन्होंने बताया कि इसकी पहचान जन्म के समय कर लिया जाये तो क्लब फुट जैसी कई अन्य जन्मजात बीमारी का न सिर्फ ईलाज संभव है  बल्कि इससे शिशु मृत्युदर और विकलांगता में कमी लाई जा सकती है।
बैतालपुर ब्लाक के परसवना गांव निवासी मनोज गुप्ता ने 17 माह की बेटी मानसी, इटावा गांव के शिवजी यादव ने दो माह के बेटे कार्तिक के पैरों की सर्जरी के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित चिकित्सकों और आरबीएसके टीम की सराहना करते हुए आभार जताया है।
311 बच्चों का हुआ निशुल्क इलाज
आरबीएस के डीईआईसी मैनेजर राकेश कुशवाहा ने बताया कि प्राइवेट अस्पताल में क्लब फुट से ग्रसित बच्चों के ऑपरेशन का खर्च करीब दस हजार रूपये से बीस हजार रूपये तक लगता है। जबकि क्लब फुट क्लिनिक में ऐसे बच्चों का निशुल्क इलाज किया जाता है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020- 21 में कुल 311 बच्चों का इलाज कराया जा चुका है।