कप्तानगंज चीनी मिल पर 35 करोड़ बकाया होने पर भाकियू (अ) नाराज, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

कप्तानगंज (कुशीनगर)। पूरा गन्ना पेरे बिना कप्तानगंज चीनी मिल के बंद होने और इस सत्र का लगभग 35 करोड़ रुपया का भुगतान ना होने से किसानों में नाराजगी है। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने कप्तानगंज के तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर गन्ना भुगतान जल्द कराने की मांग की है।

श्री सिंग ने कहा कि कप्तानगंज चीनी मिल बिना किसानों को बताये ही बन्द कर दिया गया है। एक तरफ तो सरकार दावा कर रही है कि हम किसानों की आय दुगुनी कर देंगें दूसरी तरफ किसानों के गन्ने का भुगतान 14 दिन में सरकार कराने में विफल नजर आ रही है जो यह दर्शाता है कि किसानों की हितैषी कहलाने वाली योगी सरकार किसान हित की बात करके सिर्फ दिखावा कर रही है।

उन्होंने कहा कि जब तक कप्तानगंज चीनी मिल अपने जोन के किसानों का गन्ना पेराई नही कर लेता है तब तक उसे बन्द नही होना चाहिए। साथ ही साथ कप्तानगंज चीनी मिल द्वारा गन्ने का भुगतान पेराई सत्र 2020-21 का मात्र तीन दिन का एडवाइस बैंको में भेजा गया है और कप्तानगंज जोन के किसानों के गन्ने का भुगतान लगभग पैतीस करोड़ रूपये मिल के ऊपर अभी बकाया है। किसानों के गाढ़ी कमाई का रुपया मिल मालिक द्वारा उनके खातों में अभी तक नही भेजवाया गया जो किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है। यदि दोनों माँगों के ऊपर कप्तानगंज चीनी मिल द्वारा थोडा भी हिलाहवाली की गई हमारा यूनियन अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने पर विवश होगा। इस मौके यूनियन के जिला सचिव चेतई प्रसाद, संजय कुशवाहा, गुड्डू कुशवाहा, अधिवक्ता मिर्जा हुसैन, रामअधार प्रसाद, बिठल प्रसाद, धीरज मौर्या के साथ साथ अन्य कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे।