दो वर्ष तक के छूटे बच्चों के लिए 21 फरवरी से चलेगा जेई टीकाकरण अभियान 

देवरिया। जिले में एक बार फिर जापानी इंसेफेलाइटिस ( जेई ) से बचाने के स्वास्थ्य विभाग 21 फरवरी से टीकाकरण अभियान चलाने जा रहा है। इसके तहत दो वर्ष तक के जेई टीकाकरण से छूटे बच्चों का चिह्नांकन करा ड्यूटी लिस्ट बनवाकर टीकाकरण कराया जाएगा। इस अभियान में भी आशा बहू और एएनएम को मैदान में उतारा जा रहा है। उन्हें छूटे बच्चों का चिहांकन करने के साथ संक्रामक रोगों की रोकथाम के उपायों की जानकारी देकर लोगों को जागरूक भी करना होगा।
सीएमओ डॉ. आलोक पांडेय ने  बताया कि जापानी इंसेफेलाइटिस से बच्‍चों को प्रतिरक्षित करने के लिए यह विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। जेई टीकाकरण अभियान के लिए शत प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए दो दिन पूर्व जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक भी की गई है। जिसमे छूटे हुए बच्‍चों का वास्‍तविक डाटा तैयार करने और  इसके हिसाब से ही माइक्रोप्‍लान बनाकर टीकाकरण करने का निर्देश दिया गया है। सीएमओ ने कहा कि जो भी छूटे बच्‍चे हों उनका टीकाकरण अवश्‍य करवाया जाय। उन्होंने कहा कि सर्वे में पूरी तरह से पारदर्शिता रखा जायेगा। एक भी बच्‍चा छूटना न पाए। सर्वे पूर्ण होने के उपरान्‍त इसकी जानकारी तुरन्‍त मुख्‍यालय को देंगे। जेई वैक्‍सीन से छूटे हुए बच्‍चों की लिस्‍ट तैयार की जा रही है। इस लिस्‍ट को संकलित करके जनपद के छूटे हुए बच्‍चों का वास्‍तविक डाटा तैयार होगा। इसके हिसाब से ही माइक्रोप्‍लान बनाकर टीकाकरण किया जाएगा। इस अभियान में भी आशा बहू और एएनएम को मैदान में उतारा गया है। उन्हें छूटे बच्चों का चिहांकन करने के साथ संक्रामक रोगों की रोकथाम के उपायों की जानकारी देकर लोगों को जागरूक भी करना होगा।
स्वास्थ्य केंद्र पर लगवा सकते हैं टीका
सीएमओ डॉ आलोक पांडेय ने लोगों से अपील किया कि अगर  किसी बच्चे  को जेई का टीका नहीं लगा है तो उनके माता-पिता अपने क्षेत्र की एएनएम या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर टीका लगवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि नौ से बारह माह, 16 से 24 माह,  दो से 15 साल तक ( छूटे हुए बच्चों को) टीकाकरण किया जायेगा।