इमामों ने तनख़्वाह बढ़वाने की आवाज उठाई, कहा -चार से पांच हजार रुपये में गुजारा मुश्किल

गोरखपुर। गुलाम-ए-मुस्तफा तहरीक के बैनर तले शनिवार को मस्जिदों के इमामों की तनख़्वाह बढ़वाने को लेकर उलेमा व अवाम की बैठक फातिमा मंजिल बहरामपुर में हुई। तहरीक के अध्यक्ष शाकिर अली सलमानी ने मांग किया कि अवाम और मस्जिद कमेटी के मुतवल्ली इमामों की तनख़्वाह बढ़ाएं। इमामों का चार से पांच हजार रुपये में गुजारा बहुत मुश्किल से हो रहा है। यह नाइंसाफी है।

तहरीक के सरपरस्त कारी जमील मिस्बाही ने सभी उलेमा से अपील किया है कि वह तकरीरों व तहरीरों के जरिए आवाम को जागरुक करें। महंगाई के दौर में तीन से पांच हजार रुपये की तनख़्वाह पर जिंदगी गुजारना मुमकिन नहीं है। जुमा की तकरीरों और जलसों में तहरीक के प्रवक्ता जागरुकता लाने को तैयार हैं। मुहीम को सफल बनाने के लिए काजी-ए-शहर, मुफ्ती-ए-शहर व नायब काजी को भी मंजर-ए-आम पर आना होगा।

मस्जिद जामे नूर बहादुर शाह जफ़र कॉलोनी के इमाम हाफिज सद्दाम हुसैन कादरी ने कहा कि इमामों में खुशी है कि उनकी तनख़्वाह बढ़वाने के लेकर मुहीम चलाई जा रही है। तमाम इमाम मुहीम के साथ हैं।

इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के जिलाध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि तमाम मुतवल्ली व कार्यकर्ता मुहीम के साथ खड़े हैं। इमामों के साथ जो नाइंसाफी हो रही है उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इमामों के हक हकूक लिए हम लोग लड़ेंगे।

बैठक में गुलाम वारिस सलमानी, हाफिज नूर मोहम्मद कादरी, शमीम अहमद, अजीम अहमद, अनीस अहमद, आसिफ सिद्दीकी, अमन खान एडवोकेट, हाफिज अर्शी सलमानी, सलमान अहमद, अरमान सलमानी आदि मौजूद रहे।