प्रसव के दो दिन बाद महिला की मौत, पति ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया

आशा और एएनएम ने महिला को निजी अस्पताल भिजवाया था

गोरखपुर। गगहा थाना क्षेत्र के हरपुर गांव की एक महिला की प्रसव के बाद हुई मौत की घटना में परिवारी जनों ने दो अस्पतालों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि आशा कार्यकत्री के कहने पर वे महिला को प्रसव के लिए निजी अस्पताल ले गए जहां आपरेशन के द्वारा डिलीवरी करायी गयी लेकिन आपरेशन के दो दिन बाद महिला की मौत हो गयी। आपरेशन और इलाज के नाम पर उसके 40 हजार रूपए भी खर्च हुए।

हरपुर गांव निवासी धीरज विश्वकर्मा पेशे से कारपेंटर हैं। वह एलआईसी के अभिकर्ता के रूप में भी कार्य करते थे। उनकी 22 वर्षीय पत्नी सपना गर्भवती थी। डिलीवरी का समय आने पर उन्होंने 14 फरवरी को गांव की एएनएम से सम्पर्क किया। गांव की एएनएम ने उन्हें भरोसा कहा कि दिया कि नार्मल डिलीवरी हो जाएगी लेकिन सात-आठ घंटे बाद भी नार्मल डिलीवरी नहीं हो पायी। तब एएनएम और गांव की आशा ने उनसे कहा कि नार्मल डिलीवरी संभव नहीं है और सपना को अस्पताल ले जाना पड़ेगा। आशा के कहने पर धीरज अपनी पत्नी को कौड़ीराम के एक निजी अस्पताल में ले गए जहां आपरेशन के बाद सपना ने बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद सपना की तबियत बिगड़ गई। उसका ब्लड प्रेशर बढ़ गया।

धीरज ने गोरखपुर न्यूज लाइन को बताया कि उसने अस्पताल वालांे से कहा िकवे पत्नी को जिला अस्पताल ले जाना चाहते हैं लेकिन उनसे कहा गया कि परेशान होन वाली कोई बात नहीं है। जिस दवा की जरूरत है, वह दवा यहां नहीं मिल रही है। इसलिए वे सपना को गोरखपुर के एक अस्पताल में ले जाएंगे। कौड़ीराम से 16 फरवरी को सपना को गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। यहां आने पर सपना की हालत और खराब होते गयी और 17 फरवरी की सुबह उसकी मौत हो गयी।

उन्होंने कहा कि सपना के इलाज में लापरवाही हुई है। उसे प्रसव सम्बन्धी कोई जटिलता नहीं थी। उसने तीन बार अल्टासाउंड कराया था और तीनों बार ठीक रिपोर्ट आयी थी। उन्होंने कहा कि दोनों अस्पताल में इलाज में उनके करीब 40 हजार खर्च हुए। दोनों अस्पतालांे से उन्हें सिर्फ दवाई के बिल दिए गए हैं। इसके अलावा कोई और कागजात नहीं दिया गया है।

धीरज ने गगहा थाने पर आवेदन देकर निजी अस्पताल के चिकित्सकों, एएनएम, आशा के खिलाफ इलाज में लापरवाही का केस दर्ज करने की मांग की। उनके आवेदन पर अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।