सीएम और उर्वरक मंत्री ने खाद कारखाने का निरीक्षण किया, 30 जून से शुरू होगा खाद कारखाना

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानन्द गौड़ा ने आज आठ हजार करोड़ की लागत से बन रहे हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लि0 (एचयूआरएल) का निरीक्षण किया तथा कार्य प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। सीएम और  केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानन्द गौड़ा ने कहा कि निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत खाद कारखाने का निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 वर्ष पूर्व बन्द हो चुके खाद कारखाने का वर्ष 2016 में शिलान्यास कर आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार किया है जिससे किसानों को उर्वरक व रसायन उपलब्ध होगा, वहीं नौजवानो को रोजगार भी प्राप्त होगें। उन्होंने कहा कि सन् 1967-68 में गोरखपुर में जापान की कम्पनी टोयो द्वारा फर्टिलाइजर का निर्माण किया गया था और आज पुनः यह कम्पनी एचयूआरएल बना रही है। प्रधानमंत्री जी द्वारा दिये गये लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में निर्माण कार्य प्रगतिशील है। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री निरन्तर फर्टिलाइजर निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते रहते है। शीघ्र ही एचयूआरएल का प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किया जायेगा, एम्स का निर्माण कार्य भी अन्तिम चरण चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल योजना प्रारम्भ होगी जिसके तहत शुद्ध पेयजल सभी को उपलब्ध होगा। यह क्षेत्र इंसेफ्लाईटिस से ग्रसित रहा है। वर्ष 2017 के बाद राज्य स्तर पर अन्र्तविभागीय समन्वय बनाकर खुले में शौच की रोकथाम, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति आदि के माध्यम से आज 75 प्रतिशत बीमारी पर तथा 95 प्रतिशत मृत्यु पर रोकने की सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की चुनौती के बावजूद निर्माण कार्य प्रगति अच्छी है।

इस अवसर पर केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानन्द गौड़ा ने कहा है कि गोरखपुर का खाद कारखाना लक्षित जुलाई अंत माह की बजाय 30 जून से क्रियाशील हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक साल का समय वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित रहने के बावजूद कार्य समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ सका तो इसका श्रेय राज्य की योगी सरकार को है। उन्होंने कहा कि इस खाद कारखाने का 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। गोरखपुर में इस खाद कारखाने को स्थापित करने की पहल सांसद के रूप में योगी आदित्यनाथ ने की। आज उनका सपना पूरा होने जा रहा है। उन्होंने सीएम योगी की इस बात की सराहना की कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले दिन से उन्होंने खाद कारखाने से जुड़ी हर मांग स्वीकार कर कार्य को आगे बढ़ाया।

केन्द्रीय उर्वरक मंत्री ने कहा कि हमें पहले 80 से 90 लाख मीट्रिक टन खाद का आयात करना पड़ता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता के विजन से आयात पर निर्भरता समाप्त करने को गोरखपुर समेत पांच स्थानों पर नए प्लांट लगाए जा रहे हैं। इन प्लांटों से 62 लाख मीट्रिक टन खाद का उत्पादन सुनिश्चित होगा। गोरखपुर का खाद कारखाना शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश, बिहार के किसानों को समय से और उचित मूल्य पर यूरिया खाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाएगी। उर्वरक मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी की दूरदर्शिता से कोविडकाल के बावजूद खाद की बिक्री में 60 फीसद का इजाफा हुआ।  उन्होंने कहा कि किसानों का हित सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है और इसी सिलसिले में ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि खाद सब्सिडी का शत प्रतिशत पैसा सीधे किसानों के खातों में पहुंचे।

केंद्रीय रसायन व उर्वरक मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर में शीघ्र ही प्लास्टिक पार्क की स्थापना होगी। इससे बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक पार्क के लिए राज्य सरकार ने 52 एकड़ भूमि की व्यवस्था कर दी है। अप्रैल माह के अंत तक इसके लिए डीपीआर तैयार हो जाएगा। इसके अलावा यूपी के अयोध्या व वाराणसी में दो सीपेट केंद्रों का वुर्चुअल शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक माह के अंदर किया जाएगा।

इसके पूर्व मुख्यमंत्री एवं उर्वरक मंत्री सदानन्द गौड़ा ने फर्टिलाइजर एवं टोयो के अधिकारियो के साथ बैठक करते हुए निर्माण कार्याें की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि निर्माण कार्य 30 जून 2021 तक पूर्ण कर लिया जाये जिससे जुलाई में उत्पादन आरम्भ हो जाये। उन्होंने कहा कि कार्य को समयबद्धता एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से आगे बढाया जाये। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन का पूरा सहयोग है। उन्होंने एचयूआरएल के अधिकारियो को निर्देश दिये कि मैन पावर को और बढ़ाकर सभी कार्यो को साथ में कराया जाये। कोविड-19 में एचयूआरएल के कार्य की प्रगति अच्छी है। यह एचयूआरएल की उपलब्धि है। कार्यो की प्रगति का प्रतिदिन निगरानी भी किया जाये और कार्य न करने वालो पर कार्यवाही भी किया जाये। इस अवसर पर उर्वरक मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है सभी कार्यों को समय से पूर्ण कराया जाये और जुलाई से उत्पादन आरम्भ कराया जायेगा। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने 28 करोड़ की लागत से बने रबर चेक डैम का भी निरीक्षण किया।

इस अवसर पर राज्य सभा सांसद जय प्रकाश निषाद, शिव प्रताप शुक्ला, नगर विधायक डा0 राधा मोहन दास अग्रवाल, फर्टिलाइजर सेक्रेटरी राजेश चतुर्वेदी, ज्वाइन्ट सेक्रेटरी, सीएमडी, मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन आदि उपस्थित रहें।