मऊ की महिला पंचायत में उठी महिला हिंसा के खिलाफ आवाज 

मऊ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश में महिलाओं के ऊपर हो रही हिंसा, गैंगरेप, छेड़छाड़ की घटनाओं के खिलाफ तथा देश के किसान आंदोलन के समर्थन में मझौवा, (ताजोपुर) में महिलाओं ने महिला पंचायत का आयोजन किया।

महिला पंचायत में सामाजिक कार्यकर्ता अर्चना उपाध्याय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पूरी दुनिया की महिलाएं अपने संघर्ष और अधिकार के दिन के रूप में मनाती है। आज पूरे देश में महिला दिवस किसान आंदोलन को समर्पित करते हुए मना रहीं हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में महिलाओ के ऊपर हिंसा, बलात्कार, गैंगरेप,छेड़छाड़, दलित उत्पीडन की घटनाएं दिन दुगुना रात चौगुना बढ़ रही है। हाथरस,बदायूं , उन्नाव, अलीगढ़, गोरखपुर, में हुई निर्मम घटनाएं इसके ज्वलंत उदाहरण हैं। इनके अलावा भी आये दिन प्रदेश में दलित महिलाएं के साथ यौन हिंसा की तमाम घटनाएं घटित हो रहीं हैं।इन घटनाओं के प्रति सरकार का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना है। अपराधियों को सजा दिलाने की जगह पर सरकार पीड़ित को और उत्पीड़ित कर रही है और अपराधियों के पक्ष में खड़ी नजर आ रही है। शिकायतकर्ता पीड़ित परिवार को ही किसी न किसी बहाने मुकदमों में फंसा कर परेशान किया जा रहा है। हम महिलाएं मांग कर रहीं हैं कि पीडित महिलाओं को न्याय मिले , अपराधियों, बलात्कारियों को कड़ी सजा दी जाए।

उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के कारण आम आदमी के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। महंगाई ने जनता का जीवन दूभर कर दिया है। किसान तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ 100 दिन से दिल्ली के घेराबंदी ने सरकार के लोकतंत्र विरोधी चेहरे का पोल खोल दिया है। डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस के बढ़ते दाम से जनता परेशान है और सरकार कारपोरेट पूंजी पतियों को बेलगाम लूट की छूट दे दी है। नोटबन्दी,जीएसटी,करोना महामारी से अस्त-व्यस्त अर्थव्यवस्था से देश की कमर टूट गई है। देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के बजाय मोदी सरकार कारपोरेट पूंजीपतियों का जेब भरने का काम कर रहे हैं। सार्वजनिक संस्थानों को निजी हाथों में सौंप कर देश को एक और गुलामी के तरफ धकेला जा रहा है।

पंचायत में प्रमुख रूप से जयप्रकाश धूमकेतु,वीरेंद्र कुमार,रामूप्रसाद,बसंतकुमार, शिव मूरत गुप्ता, शमशुल हक चौधरी, संजय, ओमप्रकाश, राम शब्द राम ने भी संबोधित किया।

पंचायत में सुनीता, चनरमी, प्रभावती, मुराही भगवानी, सोनमती,गुड़िया ,चंपा, उमा, सुशीला, ललिता अनीता, रीता,कोशिला, गुड्डी, भगवती, मुखिया, बाची सोनिया, सुग्गी, चंदा ,सुमन, लक्ष्मी, दुर्गा, सुनीता, मीरा पार्वती, गुड़िया,आदि उपस्थित रहे। महिला पंचायत की अध्यक्षता सुनीता व संचालन प्रभावती ने किया।