प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना से मरे शिक्षकों को 50 लाख की आर्थिक सहायता,आश्रितों को नौकरी देने की मांग की

प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में कहा गया कि कोरोना से मरे शिक्षकों की दूसरी सूची नौ मई को जारी होगी

उत्तर प्रदेशीय माध्यमिक शिक्षक संघ ने आज कहा कि कोराना के कारण प्रदेश में मृत शिक्षकों की संख्या 800 से अधिक हो गयी है और संघ 9 मई को दूसरी सूची जारी करेगा। संघ ने कोरोना महामारी से मरे शिक्षकों के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता देने, , आश्रितों को नौकरी देने और एक अप्रैल 2005 से पूर्व लागू पुरानी पेंशन व्यवस्था के अन्तर्गत पारिवारिक पेंशन देने की मांग की है।

संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की आज हुई वर्चुअल बैठक में उपरोक्त मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष डा. दिनेश चंद्र शर्मा की उपस्थिति में हुई बैठक के बाद मीडिया को जारी बयान में संघ ने कहा है कि बैठक में कोरोना महामारी के दौरान सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों की मृत्यु तथा हजारों की संख्या में शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने पर चिंता व्यक्त की गई। बैठक मंे पदाधिकारियों ने कहा कि 29 अप्रैल को 706 मृत शिक्षकों कर्मचारियों की जो सूची निर्गत की गई थी, उसकी संख्या अब 800 से अधिक हो गयी है। जनपद के पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश कार्यालय को पूरक सूची भेजी जा रही है।

बैठक में संघ के महामंत्री संजय सिंह ने कहा कि 9 मई को कोरोना से मरे शिक्षकों की दूसरी सूची आवश्यक कार्यवाही हेतु विभाग को भेजी जाएगी।

बैठक में मांग की गई कि कोरोना से मरे सभी शिक्षकों के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए, सभी मृत शिक्षकों के ऐसे आश्रितों को जो बीटीसी, बीएड, डीएलएड की योग्यता रखते हैं उन्हें शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी से छूट देकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति की जाए। जो आश्रित उक्त योग्यता नहीं रखते तथा इंटरमीडिएट अथवा स्नातक हैं, उन्हें लिपिक पद नियुक्ति दी जाए।

 

संघ ने मांग की कि कोरोना से मरे शिक्षकों के परिवार को एक अप्रैल 2005 से पूर्व लागू पुरानी पेंशन व्यवस्था के तहत पारिवारिक पेंशन दी जाए, ऐसे सभी शिक्षक जो 60 वर्ष अथवा उससे कम आयु के थे, उनके परिवार को शासनादेश के अनुसार ग्रेच्युटी की धनराशि दी जाए। साथ ही सभी मृत शिक्षकों तथा कार्यरत शिक्षकों को कोरोना योद्धाघोषित किया जाए। कोरोना संक्रमण के कारण इलाज कराकर स्वस्थ हो चुके शिक्षकों के इलाज पर व्यय हुई धनराशि का भुगतान किया जाए।
बैठक में दो मिनट का मौन रखकर कोरोना से मरे शिक्षकों और कर्मचारियों को श्रद्धांजलि दी गई।

बैठक में शिवशंकर पांडेय, राधेरमण त्रिपाठी, देवेन्द्र श्रीवास्तव, सुरेन्द्र यादव, वंदना सक्सेना, अर्चना मिश्र, सचिन सिंह, सुभाष तिवारी, राजेश धर दुबे, रवीन्द्र कुमार, दीक्षित, विजय लक्ष्मी रस्तोगी, अर्चना तिवारी, कृष्णानंद राय, अशोक मिश्रा, नीलमणि त्रिपाठी, सुषमा श्रीवास्तव, जलवीर यादव, सुरेश शर्मा, यशपाल सिंह, अखिलेश पांडेय, संजीव कुमार शर्मा, सुधांशु मोहन, सुधीर कुमार सिंह, देवेन्द्र यादव, राकेश कुमार सिंह आदि ने भाग लिया। बैठक का संचालन महामंत्री संजय सिंह ने किया।