कोविड से दिवंगत शिक्षक आश्रितों की नियुक्ति के लिए शासनदेश जारी करने की मांग, सीएम को लिखा पत्र

लखनऊ। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पंचायत चुनाव के दौरान कोविड संक्रमण से दिवंगत हुए प्राथमिक शिक्षकों के आश्रितों को शीघ्र नौकरी देखने के लिए शासनादेश जारी करने की मांग की है।

सात 7 जून को संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर दिनेश चंद्र शर्मा और महामंत्री संजय सिंह द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी से पंचायत चुनाव के दौरान बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रण में आने वाले विद्यालयों में कार्यरत 1600 से अधिक शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है। संघ द्वारा 16 मई और 3 जून को इस संबंध में पत्र भेज कर दिवंगत शिक्षकों के ऐसे आश्रितों को जो बीटीसी, बीएड और डीएलएड की योगिता रखते हैं उन्हें शिक्षक पात्रता परीक्षा से छूट देकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त करने तथा जो आश्रित उपरोक्त योग्यता नहीं रखते हैं तथा इंटरमीडिएट अथवा स्नातक हैं उन्हें लिपिक के अधिसंख्य पदों पर नियुक्ति हेतु अनुरोध किया गया था।

 

पत्र में कहा गया है कि बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी ने एक बयान में कहा है कि मृतक आश्रितों को जो बीएड, डीएलएड और टीईटी डिग्री धारक हैं, उनको अध्यापक तथा जो टीईटी उत्तीर्ण नहीं हैं परंतु जो तृतीय श्रेणी में नियुक्ति की योग्यता रखते हैं उनको पद रिक्त ना होने की स्थिति में भी अधिसंख्य पद पर तृतीय श्रेणी में नियुक्ति दी जाएगी। पूर्व में अधिकांश शिक्षकों के मृतक आश्रित जो टीईटी उत्तीर्ण नहीं थे, वह उच्च शिक्षित होते हुए भी चतुर्थ श्रेणी में सेवा करने के लिए विवश होते थे क्योंकि तृतीय श्रेणी में पद रिक्त नहीं होते थे। यह व्यवस्था उनकी योग्यता के अनुरूप नहीं थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए तृतीय श्रेणी अर्हता रखने वाले मृतक आश्रितों को पद रिक्त ना होने की स्थिति में भी अधिसंख्य पद पर नियुक्ति दी जाएगी।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि मंत्री जी की उपरोक्त घोषणा के दो सप्ताह उपरांत भी अभी तक शासनादेश निर्गत नहीं हो पाया है जिसके कारण मृतक शिक्षकों के आश्रितों की नियुक्ति करने में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। पत्र में इस बारे में शीघ्र शासनादेश निर्गत किए जाने की मांग की गई है।