डब्ल्यूएचओ ने डीएम को सौंपा दो हजार मॉस्क

देवरिया।  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अधिकारियों ने मंगलवार को जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन को कैंप कार्यालय में दो हजार एन-95 मास्क उपलब्ध कराया। इस अवसर पर वहां मौजूद लोगों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क के महत्व की जानकारी दी गयी। प्रशासन इन मॉस्क को कोरोना के प्रसार को काबू में करने के लिए जरूरतमंदों में वितरित कराएगा।
कोरोना के केस में इन दिनों भले ही कुछ गिरावट दर्ज की जा रही है, मगर अभी सतर्कता बेहद जरूरी है। इसी सतर्कता व सावधानी के मद्देनजर डब्ल्यूएचओ ने मॉस्क जिला प्रशासन को सौपा है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन  ने कहा कि कोविड काल में विश्व स्वास्थ्य संगठन का सहयोग सराहनीय है। कोरोना को काबू में करने के लिए अभी भी हमें जागरूकता, अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच और कोविड टीकाकरण पर जोर देना होगा। एसीएमओ डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि दो गज की दूरी, मॉस्क है जरूरी के स्लोगन को प्रभावी रूप से अमल में लाना होगा, ताकि कोरोना के प्रसार को रोकने में कामयाबी मिल सके।
इस अवसर पर डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ.अंकुर सांगवान, डब्ल्यूएचओ जोनल कोआर्डिनेटर डॉ. सागर घोडेकर और राजीव मिश्रा प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।
डब्ल्यूएचओ जोनल कोआर्डिनेटर डॉ. सागर घोडेकर ने लोगों से अपील करते हुए कहा मॉस्क लगाने के साथ दो गज की दूरी का  पालन  बहुत ही जरुरी है।  उन्होंने कहा कि कोरोना  से पूरे देश में बहुत से परिवार बबर्बाद  हो गए। देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ा है। देश व समाज की सुरक्षा के लिए अफवाहों पर ध्यान नहीं देकर वैक्सीन शीघ्र लगवा लें। कोरोना से छुटकारा पाने का बस एक ही उपाय टीकाकरण है। सरकार लोगों को कोरोना से बचाव के लिए कोविड-19 का टीकाकरण बड़े पैमाने पर मुफ्त में करवा रही है,  जिससे देश कोरोना से मुक्त हो जाएं। ऐसे में जनता का भी दायित्व है कि शीघ्र टीका लगवा लें। टीके का शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।