गंडक नदी में डिस्चार्ज चार लाख क्यूसेक पार हुआ, यूपी-बिहार के एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़

कुशीनगर। गंडक नदी का जल स्तर लगातार बढ़ने से नदी के किनारे वाले बिहार और यूपी के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हे। कुशीनगर जिले के खड्डा क्षेत्र के एक दर्जन गांवों-शिवपुर, हरिहरपुर, नारायणपुर, शाहपुर, मरिचहवा, बकुलादह , बाल गोविंद छपरा, शाहपुर, विंध्याचलपुर, सालिकपुर, महदेवा में ढाई से चार फुट तक पानी भर गया है। बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के भी कई गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बगहा -दो प्रखण्ड प्रखंड के चकदहवा, झंडुआ और बिन टोली के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है तो रामनगर प्रखंड के नौरंगिया दोन के गांव में भलुही नदी का पानी अर्धनिर्मित तटबंध को तोड़ते हुए गांव में आ गया है।

नेपाल के पहाड़ और मैदानी इलाकों में भारी बारिश के कारण गंडक नदी का जलस्तर मंगलवार से ही बढ़ना शुरू हो गया था।

बाल्मीकि नगर बैराज पर मंगलवार की सुबह छह बजे 99684 क्यूसेक डिस्चार्ज था जो रात नौ बजे तीन लाख पार कर 3.08 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया। पूरी रात नदी का जलस्तर बढ़ता रहा। आज सुबह दस बज गंडक बराज पर डिस्चार्ज चार लाख पार कर गया। दोपहर एक दर्ज तक बराज पर डिस्चार्ज 4.08 लाख तक था। दो घंटे से नदी का जलस्तर स्थिर था।

गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से कई छोटी नदियों में बाढ गा गयी। गंडक नदी का पानी तटवर्ती गांवों में भरने लगा।

शिवपुर ग्राम सभा में प्राइमरी विद्यालय तथा पुलिस चैकी तक दो से तीन फुट तक पानी भर गया है। ग्रामसभा सालिकपुर मे प्राइमरी विद्यालय में दो से ढाई फुट बाढ़ का पानी से जल भरा हो गया है। शिवपुर खास टोले के तीन दर्जन घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसी तरह शाहपुर, विंध्याचलपुर में महदेवा तथा सालिकपुर गांव में बाढ़ का पानी आ गया है। सबसे खराब हालत मुसहरी टोला की है। यह लागों के कमर तक पानी भरा हुआ है।

भारी बारिश को देखते हुए अधिकारियों ने शनिवार को ही शिवपुर गांव के लोगों को आश्वासन दिया था कि उन्हें बाढ़ आते ही उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा लेकिन आने पर उन्हें रहने खाने दवा पाने के लिए ऊंचे जगह पर रखकर यह सभी सुविधाएं दी जाएंगी लेकिन अधिकारी आज दोपहर यहां आए हैं। सालिकपुर गांव के लोग मचान बनाकर बाढ़ से बचाव कर रहे हैं।

बड़ी गंडक नदी का जलस्तर छितौनी बाँध के भैसहा में चेतावनी बिंदु 95 मीटर से 70 सेंटीमीटर ऊपर पहुँच गया है। इस समय नदी का जलस्तर खतरे की निशान 96 मीटर से मात्र 30 सेंटीमीटर नीचे है। छितौनी बाँध पर नदी के बढ़ते जलस्तर का दबाव बना हुआ है।

सहायक अभियंता बाढ़ खण्ड राजेंद्र पासवान ने बताया कि छितौनी तटबंध पर चार अभियंता लगे हुए हैं जो पानी की स्थिति का आकलन कर रहे हैं। अभी तटबंध को कोई खतरा नहीं है।

बड़ी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे स्थित बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के ठकराहा प्रखंड के चकदहवा, झंडुवा टोला और बीन टोली बाढ़ की चपेट में आ गयी है। लोगों को गांव में स्वंयसेवी संस्थान गोरखपुर इन्वायरमेंटल ग्रुप द्वारा बनाए गए शेल्टर होम व प्राथमिक विद्यालय में पहुंचाया गयाा है। यहां पर बाढ़ पूर्व गांव वालों  को दी गई नाव बहुत काम आ रही है। नाव के सहारे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

पश्चिम चम्पारण जिले के रामनगर प्रखंड के नौरंगिया दोन ग्राम पंचायत के गोबरहिया दोन गांव का भलूही नदी के बाढ़ से प्रभावित हो गया है। नदी का पानी अर्धनिर्मित तटबंध को तोड़ते हुए गांव में भर रहा है। मुख्य सड़क बाढ़ में डूब गई है। लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। कई कच्चे घर गिर गए हैं।