मुख्यमंत्री ने सैनिक स्कूल सहित 187.50 करोड़ की 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया

गोरखपुर।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में सैनिक स्कूल साहित 187.50 करोड़ की लागत की 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में 154 करोड़ की लागत से फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में 50 एकड़ भूमि पर स्थापित होने वाले सैनिक स्कूल के अलावा कई विभिन्न विकास खण्डों के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय परिसर में प्रस्तावित छात्रावास और चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र में मिनी आडिटोरियम का शिलान्यास शामिल है।

इस अवसर पर सैनिक स्कूल की संरचना संबंधी वीडियो फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। पर्यटन की दृष्टि से चिलुआताल को विकसित करने हेतु जिन 10 काश्तकारों की जमीन सौन्दर्यीकरण में ली गयी है, उन्हें चेक वितरित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 26 वर्षों से खाद कारखाना बंद था। जब केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार बनी तो प्रदेश में रूके हुए सभी विकास कार्यक्रमों आगे बढ़ाया गया और आज उसी कार्यक्रम की शृंखला में खाद कारखाना बन रहा है और अक्टूबर माह के अन्त में इसे जनता को समर्पित किया जाएगा। आज फर्टिलजार कारखाना परिसर में  सैनिक स्कूल के शिलान्यास किया जा रहा है।  सैनिक स्कूल का बनना बड़ी उपलब्धि होगी। हमारी पीढ़ी यहां पर पढ़ेगी वह अनुशासित पीढ़ी होगी उसे देश के अन्दर सेना सहित विभिन्न क्षेत्रों में भी उच्च पदों पर सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि देश का पहला सैनिक स्कूल 1960 में लखनऊ में स्थापित हुआ था। लखनऊ का सैनिक स्कूल जिसने परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पाण्डेय को भी प्रशिक्षण दिया था, जिन्होंने अपने शौर्य का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध में भारत को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2021-22 में केन्द्र सरकार के बजट में भी इस बात का प्राविधान किया गया है कि देश के अन्दर 100 नये सैनिक स्कूल खोलने के लिए भारत सरकार कार्य करेगी। यह भारत के युवाओं को योग्य, आधुनिकतम, शिक्षा देने और सैनिक गतिविधियों के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि हर कमिश्नरी मुख्यालय पर एक सैनिक स्कूल की स्थापना करने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जायेगा। सैनिक स्कूल में तमाम प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं प्राप्त होगी। यहां पर एकेडमिक ब्लाक होगा, प्रशासनिक भवन होगा, छात्रावास, खेल का मैदान होगा। इसके अलावा यहां अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं होगी, हाईटेक कंप्यूटर लैब स्थापित किया जायेगा, बहुउद्देशीय हाल होंगे तथा एडमिनेस्ट्रेटिव स्टाफ का आवश्यक प्रशिक्षण होगा। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल को बास्केट बाल, वालीबाल, फुटबाल, टेनिस कोर्ट, घुड़सवारी, शूटिंग रेंज, अत्याधुनिक व्यायामशाला से सुसज्जित करने के साथ साथ सोलर लाइटिंग सिस्टम के साथ इसको जोड़ने की कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि यह सैनिक स्कूल एक अद्भुत केन्द्र बिन्दु होगा जो उत्तर प्रदेश के नौजवानों को योग्यतम शिक्षा देने के लिए राज्य स्तर पर प्रयास प्रारम्भ हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नही होता और इसी लिए सरकार ने कोरोना महामारी से जुझते हुए भी इन सभी गतिविधियों को निरन्तरता प्रदान की।  इस निरन्तरता को आगे बढ़ाने की दिशा में जो प्रयास प्रारम्भ हुए हैं, इसके माध्यम से एक-एक नागरिक के जीवन में खुशहाली लाने और इस क्षेत्र में सर्वागीण विकास की आधारशिला को आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि फर्टिलाइजर परिसर में सैनिक स्कूल के साथ साथ महिला पीएसी बटालियन, पुलिस ट्रेनिंग  स्कूल एवं एसएसबी के लिए भी स्थान दिया गया है जो इस क्षेत्र में आधुनिक सुविधाओं का केन्द्र बिन्दु बना है साथ ही प्रदेश सरकार इसी परिसर में एक स्किल डेवलपमेन्ट का बड़ा केन्द्र भी खोलेगी जिससे युवा प्रशिक्षण प्राप्त करके देश और दुनियां में अच्छा रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि एम्स के निर्माण से पूर्वान्चल में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं भी मिलेगी। विभिन्न जनपदों में मेडिकल कालेज का निर्माण हो रहा है, जिन जनपदों में मेडिकल कालेज नही है वहां पर पीपीपी माडल पर मेडिकल कालेज बनाये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लिंक एक्सप्रेस वे अर्थ व्यवस्था को मजबूत करेगा, नौजवानों का पलायन रूकेगा, युवाओं को रोजगार/नौकरी मिलेगी, इसी उद्देश्य पर पूर्वान्चल एकसप्रेस वे, बुन्डेलखण्ड एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे आदि के किनारों पर औद्योगिक कलस्टर विकसित किये जायेगे। उन्होंने कहा कि विगत साढ़े चार सालों में साढ़े चार लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है जिसमें 1 लाख 20 हजार से अधिक युवाओं को बेसिक शिक्षा विभाग में एवं एक लाख से अधिक युवा पुलिस विभाग में भर्ती किये गये है।

मुख्यमंत्री ने कोरोना में अपनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना में निराश्रित हुए बच्चों के भरण पाषण, शिक्षा व सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को शुरू किया है। इसी तर्ज पर निराश्रित हुई माताएं व बहनों के लिए अतिशीघ्र योजना लाई जायेगी।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि पूरा उ0प्र0 बदल रहा है, माध्यमिक शिक्षा के इतिहास में पहली बार अमूलचूल परिवर्तन हुआ है, शिक्षा व्यवस्था पारदर्शी एवं चुस्त दुरूस्त बनाया गया है तथा बच्चों को ड्रेस , जूता, मोजा, स्वेटर, बैग, पुस्तक देने का कार्य प्रदेश की सरकार ने किया है। प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न हो रही है और सभी विद्यालयों में सीसी टीवी कैमरे लगाये गये है और रोजगारपरक शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का वातावरण तथा शिक्षा की दशा व दिशा बदली है, कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों का सौन्दर्यीकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से गोरखपुर ऊंचाइयों पर जा रहा है और गोरखपुर की दशा व दिशा निरन्तर बदल रही है। उन्होंने कहा कि 154 करोड़ की लागत से 50 एकड़ भूमि पर सैनिक स्कूल का शिलान्यास हुआ है यह प्रदेश का पांचवा सैनिक स्कूल होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा मे अमूलचूल परिवर्तन के साथ साथ प्रदेश सरकार ने 215 माध्यमिक विद्यालय का निर्माण कराया है साथ ही 12 विश्वविद्यालय भी बने है और 6 विश्वविद्यालय निर्माणाधीन है।

 

सदर सांसद रविकिशन शुक्ल ने स्वागत उद्बोधन तथा आभार ज्ञापन नगर विधायक डा0 राधामोहन दास अग्रवाल ने किया। इस मौके पर प्रभारी मंत्री रमापति शास्त्री, महापौर सीता राम जायसवाल, विधायक शीतल पाण्डेय, विपिन सिंह, संगीता यादव, महेन्द्रपाल सिंह, विमलेश पासवान, संत प्रसाद, क्षेत्रीय अध्यक्ष डा0 धर्मेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता ,अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, मण्डलायुक्त रवि कुमार एन.जी., जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन सहित विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी गण उपस्थित रहे।