गोरखपुर। दिशा छात्र संगठन और स्त्री मुक्ति लीग ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में परीक्षा देने आयी बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा प्रियंका का मौत को गला दबाकर की गयी हत्या बताते हुए विश्वविद्यालय चौराहे और गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
दिशा छात्र संगठन के राजू ने कहा कि जिस विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का राजनीतिक कार्यक्रम प्रशासन नहीं होने देता है वहाँ पर इतनी बड़ी घटना हो जाती है और प्रशासन को भनक तक नहीं लगती। करोड़ों रुपये होम कर पूरे कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगवाये गये हैं लेकिन इस घटना का कोई भी फुटेज विश्वविद्यालय प्रशासन को अब तक नहीं मिला है। जिस स्टोर रूम में छात्रा की लाश मिली वो सामान्य दिनों में बंद रहता है। उसी स्टोर रूम में छात्रा का शव बरामद हुआ। उसका पैर पूरी तरह से जमीन पर टिका हुआ था और उसके दुपट्टे से उसका गला बांधा गया था।
इस पूरी घटना में गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन और गोरखपुर जिला प्रशसन की असंवेदनशीलता और घोर लापरवाही खुल कर सामने आ रही है। यह पूरी सामाजिक व्यवस्था सड़ रही है। लोग न घर में सुरक्षित है न कॉलेज में, न ऑफिस में और न कारखाने में। और सबसे बड़ी बात कि ऐसी मौतें न प्रशासन के लिए कोई सवाल खड़ा करती हैं और न ही सत्ता को इससे कोई फर्क पड़ता है। लेकिन यह सब कब तक चलता रहेगा? कब तक हम इसे देखते रहेंगे? यह घटना एक इंसाफपसंद इन्सान को झकझोर के रख देने के लिए काफी है। दिशा छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन और गोरखपुर जिला प्रशासन की इस असंवेदनशील और गैरज़िम्मेदाराना रवैये की निंदा करता है और मांग करता है की जल्द से जल्द इस पूरी घटना की निष्पक्ष जाँच करायी जाय।
स्त्री मुक्ति लीग की अंजलि ने कहा कि अगर इस घटना की उच्च स्तरीय जांच नहीं होती और अपराधियों को सख्त से सख्त सजा नहीं मिली तो छात्र नौजवान एक व्यापक आंदोलन की तैयारी करेंगे। कार्यक्रम में प्रतिभा, माया, मनोरमा प्रभाकांत ,विकास ,सूर्या ,दीपक राजकुमार ,इत्यादि शामिल हुए।