ईएमटी व आशा की सूझबूझ से एम्बुलेंस में सुरक्षित प्रसव

गोरखपुर। जिले में 102 नंबर एंबुलेंस सेवा प्रसूताओं के लिए वरदान साबित हो रही है । दो अगस्त की रात एंबुलेंस में ही अंधियारीबाग निवासी कुसुम का सुरक्षित प्रसव करवाया गया । क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता ने प्रसूता को भर्ती करवाने में मदद की । कॉल करने के 15 मिनट के भीतर 102 नंबर एंबुलेंस सेवा पहुंच गयी । रास्ते में जब प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी तो गोरखनाथ पुल के पास गाड़ी रोककर प्रसव कराया गया ।

अंधियारीबाग निवासी रामकिशुन की पत्नी कुसुम (26) को दो अगस्त की रात प्रसव पीड़ा हुई तो 12.42 बजे एंबुलेंस को कॉल किया । गाड़ी संख्या यूपी 32 ईजी 1268 के पॉयलट आशीष सिंह और इमर्जेंसी मेडिकल टेक्निशियन (ईएमटी) विश्वनाथ प्रताप सिंह एंबुलेंस के साथ पहुंचे । कुसुम को जब गाड़ी में बैठा कर एंबुलेंस चली तो प्रसव पीड़ा बढ़ गयी। कुसुम के पति रामकिशुन ने बताया कि एंबुलेंस रोक कर उन्हें बताया गया कि प्रसव गाड़ी में ही कराना पड़ेगा। एंबुलेंसकर्मियों के सहयोग से गाड़ी में ही प्रसव कराया गया और फिर जच्चा-बच्चा को जिला महिला अस्पताल पहुंचाया गया। साथ में आशा कार्यकर्ता शांति भी मदद करने के लिए मौजूद रहीं।

एंबुलेंस सेवा का संचालन कर रही जीवीके फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर अजय उपाध्याय ने बताया कि गाड़ी में प्रसव कराने और अन्य मेडिकल जटिलताओं के संबंध में एंबुलेंसकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है । इससे पहले भी एंबुलेंस में प्रसव कराया गया है । एंबुलेंस का संचालन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जा रहा है । पॉयलट और ईएमटी मॉस्क समेत सभी नियमों का पालन करते हुए सेवा दे रहे हैं ।