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भाजपा से सीट बंटवारे पर चर्चा हुई, अगली बैठक में तैयार होगा गठबंधन का प्रारूप : डाॅ संजय निषाद

गोरखपुर। भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ छह सितम्बर को नई दिल्ली में मुलाकात के बाद निषाद पार्टी के अध्यक्ष डाॅ संजय कुमार निषाद ने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में गठबंधन दल से न्यूतनम तीन अंकों की संख्या प्राप्त कर जीतने के लिए पुरजोर कोशिश करेगी। साथ ही गठबंधन दल को जिता कर अपने हक को लेने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि “जहां होगा निषाद वहां बनेगी सरकार” का नारा आज प्रदेश में  गूंज रहा है। विधानसभा चुनावों में निषाद पार्टी की नांव पर जो बैठेगा सरकार उसी ही की बनेगी।

उन्होंने कहा कि निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी को उत्तर प्रदेश की 170 मछुआ बाहुल सीटों से ही नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश की 403 सीटों से जनता का समर्थन, प्यार और विश्वास मिल रहा है। निषाद पार्टी और निषाद समाज के बिना कोई सरकार नहीं बनेगी। उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी किंगमेकर की भूमिका में रहेग।

डा. संजय कुमार निषाद ने कहा कि छह सितम्बर की रात गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष से बातचीत में सीटों के बंटवारे और विधानसभा चुनाव में जीत की रणनीति पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि आगामी बैठक में गठबंधन का अंतिम प्रारूप तैयार हो जाएग।

 

उन्होंने बताया कि 29, 30 और 31 अगस्त को निषाद पार्टी के प्रदेशिक कार्यालय कुरौली मोड़, लखनऊ में राष्ट्रीय अधिवेशन व शिक्षण प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय कमेटी, प्रदेश कमेटी एवं जिला कमेटियों को ठीक करने का निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय अधिवेशन में महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड़, दिल्ली, तमिलनाड़ू, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत 16 राज्यों की प्रदेश इकाइयों ने संगठन विस्तार और आगामी चुनाव में निषाद पार्टी की अन्य राज्यों में भूमिका को लेकर भी प्रस्ताव को पारित किया।

डॉ. निषाद ने मंत्री मंडल विस्तार एवं प्रदेश सरकार में भूमिका को लेकर कहा कि निषाद पार्टी का 2019 में बीजेपी के साथ गठबंधन कई शर्तों पर हुआ था, जिसमें माझी, कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, रैकवार, धीवर, बिन्द, धीमर, बाथम, तुरहा, गोडिया, मांझी, मछुवा, गोड़, राजगोड़ को अनुसुचित जाति का आरक्षण देने का मुद्दा अहम है। साथ ही कार्यकर्ताओँ पर दर्ज राजनैतिक मुकदमे वापस लेने, ताल-घाट बालू पर मछुआ समुदाय को हक देने का मुद्दा प्रमुख है। इन मुद्दों के इतर निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं का सरकार में समायोजन, मंत्री पद, राज्यसभा की सदस्यता हमारे लिए अंतिम प्राथमिकता है। यदि बीजेपी निषाद पार्टी को सरकार में हिस्सा देना चाहती है तो हम उनके फैसले का स्वागत करते हैं।