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बहराइच जिले में राजस्व गाँव बने 5 वन गांव भूलेख रिकार्ड में दर्ज हुए, राजस्व कोड बना 

बहराइच। बहराइच जिले के मोतीपुर तहसील क्षेत्र के राजस्व ग्राम में तब्दील किये गए पाँच वन ग्रामों के राजस्व कोड बना दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश भूलेख वेबसाइट पर इन गांवों का  नाम कोड सहित प्रदर्शित हो रहा है।

बहराइच जिले में वन ग्रामों को वन अधिकार कानून की तहत सभी अधिकार दिलाने के लिए डेढ़ दशक से अधिक समय से संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने पाँच वनग्रामों के राजस्व कोड आवंटित होने पर खुशी जताते हुए इसे वन अधिकार आंदोलन की बड़ी जीत बताया है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से शुरू किए गए वन अधिकार आंदोलन के परिणाम स्वरुप 28 नवंबर 2018 तथा 7 जनवरी 2022 को जनपद बहराइच के मोतीपुर तहसील के 5 वनग्राम राजस्व ग्राम में परिवर्तित हुए थे किंतु उन गांव का कोड प्राप्त नहीं हुआ था जिससे उनके राजस्व अभिलेख नहीं मिल पा रहे थे। लंबे प्रयास के बाद अब जाकर उन 5 ग्रामों का राजस्व कोड सृजित हो गया है। उत्तर प्रदेश भूलेख वेबसाइट पर इन गांव का नाम कोड सहित प्रदर्शित हो गया है।

सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी के अनुसार अब वन ग्राम भवानीपुर, बिछिया, टेडिया ,ढकिया और गोकुलपुर के वन निवासियों को वन अधिकार कानून-2006 के तहत प्राप्त भूमि का विवरण राजस्व दस्तावेजों में अंकित हो जाएगा। इससे जहां एक और इन्हें खतौनी प्राप्त हो सकेगी वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, बैंकों से किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ भी प्राप्त होगा। राजस्व ग्राम का कोड आवंटित होने के बाद इनके गांव अब अलग ग्राम पंचायत के रूप में भी बन सकेंगे। इसके अलावा केंद्र और राज्य की समस्त योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति सहज होगी जिससे वन निवासियों के आवास, शौचालय, पक्की सड़क पक्के स्कूल आदि बनने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। विकास संबंधी कार्य शुरू होते ही वन निवासी देश की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे।

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