गोरखपुर में विदेश से लौटे 58 नागरिकों की हो रही है निगरानी, दो की जांच में सब कुछ ठीकठाक

गोरखपुर. देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मरीजों के चलते इससे बचाव के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य की अध्यक्षता में हुये वीडियो कांफ्रेसिंग में मिले निर्देशों के अनुसार जनपद और मण्डल स्तर पर टीम गठित की जा रही है। जिले में रैपिड रिस्पांस टीम भी सक्रिय है। अभी तक जिले में 58 लोग चीन, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, जापान, बीजिंग, लॉस एंजिल्स, और बैंकॉक जैसे देशों से लौटे है। सभी लोगों की निगरानी की जा रही है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने यह जानकारी देते हुए लोगों से अपील की है कि जनसमुदाय सतर्कता से कोरोना से बचाव करे और हाथ धोने की आदत को जन-जन तक पहुचाएं। उन्होंने बताया कि जनपद में विदेशों से लौटे 58 नागरिकों की निगरानी की जा रही है। दो संदिग्ध मामलों में जांच भी करायी गयी है जिसमें सब कुछ ठीक-ठाक मिला।

सीएमओ ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला अस्पताल में और मेडिकल कालेज में बेड आरक्षित कर विशेष वार्ड बना दिये गए है। विदेश से लौटे जिले के नागरिकों की लगातार निगरानी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण-विदेश से लौटने के बाद यदि किसी व्यक्ति में दिखें जैसे अचानक बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी है तो उसे तत्काल जांच करानी चाहिए। इस रोग के लिए हेल्पलाइन नंबर-18001805145 (टोल फ्री) भी उपलब्ध है। विदेशों से आने वाले संदिग्ध रोगियों से संबंधित सूचना सीएमओ की सीओजी नंबर 9415064904 पर भी दी जा सकती है ।

प्रमुख सचिव के निर्देश

प्रमुख सचिव ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिला और मण्डल स्तर पर कोरोना से बचाव को लेकर निर्देश दिये थे। उन्होने सर्वप्रथम जिला और मण्डल स्तर पर टीम गठित करने के निर्देश दिये, जिसमें विभिन्न विभाग के लोग रहेंगे। उनके निर्देशानुसार प्राइवेट, रेलवे, मिलिट्री, ईएसआई और कैंट हॉस्पिटल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर से कोरोना के बचाव को लेकर निर्देश जारी किए जाए। सभी प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया जाए, जिन अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा है उनको चिन्हित कर उनकी एक लिस्ट बनाई जाए, जिससे की आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। जनपद स्तर पर 5 एंबुलेंस आरक्षित रखी जाए।