यूपी विधानसभा चुनाव 2017

कांग्रेस ने  कैंपियरगंज से चिंता यादव और महराजगंज से आलोक प्रसाद को प्रत्याशी बनाया

कैंपियरगंज में फिर होगी दो परिवारों में फिर होगी राजनीतिक वर्चस्व की जंग

गोरखपुर, 4 फरवरी। कांग्रेस ने शनिवार को प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी कर दी। कैंपियरगंज से सपा की पूर्व प्रत्याशी चिंता यादव को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है जबकि महराजगंज से आलोक प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है।

इस तरह से गोरखपुर में कांग्रेस के खाते में तीन सीट गोरखपुर शहर, खजनी (सु) व कैंपियरगंज आयी हैं। विधानसभा कैंपियरगंज में दो परिवारों के बीच राजनीतिक वर्चस्व की जंग लम्बे अरसे से चल रही हैं। एक तरफ पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह हैं तो दूसरी तरफ चिंता यादव का परिवार। इस बार फतेह बहादुर सिंह भाजपा के प्रत्याशी हैं। इसके पहले वह बसपा और एनसीपी से चुनाव लड़कर जीत चुके हैं।

चिंता यादव का परिवार कभी फतेह बहादुर सिंह का करीबी हुआ करता था। राजनीतिक महत्वाकांक्षा बढ़ी तो दोनों परिवारों में दूरी बढ़ गयी। इस बीच सपा प्रत्याशी चिंता यादव जिला पंचायत अध्यक्ष बनी। जब बसपा की सरकार आई तो फतेहबाहादुर वन मंत्री बन गए। जिला पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध जांच शुरु हो गई । उन्हें तीन बार कुर्सी से हटाया गया। जवाब में वन मंत्री के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की गई। फतेहबहादुर सिंह न सिर्फ मंत्री पद से हटाए गए बल्कि बसपा ने उन्हें टिकट भी नहीं दिया। जब तक फतेहबहादुर बसपा में रहे तब तक उनका पुरजोर विरोध होता रहा। जैसे ही बसपा से निकलें उनके पीछे सहानुभूति हो गई। यहीं सहानुभूति उनके जीत का कारण बनी। पिछले चुनाव में चिंता यादव महज 4 फीसदी वोट से हार गयी थीं। इस बार फतेह बहादुर भाजपा के टिकट से लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला एक बार फिर सपा-कांग्रेस गठबंधन उम्मीदवार चिंता यादव से हैं।

 बसपा ने इस बार अर्चना निषाद को उतारा है पहले इनके पति आनंद निषाद मैदान में थे। पीस पार्टी व निषाद पार्टी गठबंधन ने मोहम्मद मैनुद्दीन उर्फ चांद भाई को मैदान में उतारा हैं।

[highlight]कुल मतदाता – 363280
पुरुष – 199880
स्त्री – 163378
थर्ड जेंडर – 22[/highlight]
महराजगंज (सु) सीट पर कांग्रेस ने उतारा आलोक प्रसाद को
गोरखपुर न्यूज लाइन ने पहले ही खबर दें दी थी कि महराजगंज (सु) कांग्रेस के खाते में जायेगी और हुआ भी ऐसा। शनिवार को कांग्रेस की चौथी लिस्ट में महराजगंज (सु) सीट से आलोक प्रसाद के टिकट पर फाइनल मोहर लग गयी। हालंकि यह सपा की सीटिंग सीट थीं। यहां से सपा के सुदामा प्रसाद रिकार्ड मतों से जीते थे। कांग्रेस चौथे पोजिशन पर थी। सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद इस सीट पर कांग्रेस प्रत्यशी घोषित होने के कयास लगने लगे थे। यहां से पिछले चुनाव में सुदामा प्रसाद ने 84581 मत हासिल किया। वहीं बीएसपी के निर्मेष मंगल ने 48426 मत हासिल कर दूसरा स्थान पाया। भाजपा के चंद किशोर तीसरे व कांग्रेस के आलोक प्रसाद महज 15972 मत ही हासिल कर चौथे स्थान पर रहे।
बसपा ने निर्मेष मंगल पर दोबारा भरोसा जताया हैं वहीं भाजपा ने जय मंगल कनौजिया को उतारा हैं।

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