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ओवैसी की पार्टी नहीं कर सकी कमाल, सभी सात प्रत्याशी हारे

सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर, 11 मार्च।  यूपी की सियासत में मुसलमानों की अहम भूमिका है। ज्यादातर सीटों पर सपा, बसपा, कांग्रेस अन्य वोटरों के साथ मुस्लिम वोटों पर ही निर्भर रहते है जबकि भाजपा की कोशिश रहती है कि मुस्लिम वोट बंटे। इन्हीं सब बातों के मद्देनजर हैदराबाद से निकली सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने गोरखपुर-बस्ती मंडल मे 7 प्रत्याशी खड़े किए थे,  लेकिन सभी हार गये। ओवैसी की रैलियों में उमड़ी भीड़ वोट नें तब्दील नहीं हो सकीं। कुछ हद तक मुस्लिम वोट पाने में जरुर कामयाब हुई।
पार्टी ने गोरखपुर मंडल में 3 व बस्ती मंडल में  4 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए। बस्ती मंडल की चारों सीटें मुस्लिम बाहुल्य थीं और पार्टी ने चारों सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी भी खड़ा किया था। यहां से पार्टी को पूरी उम्मीद थीं कि दो सीट तो निकल जायेगी लेकिन ऐसा हो न सका। खलीलाबाद में तो सपा, बसपा, पीस पार्टी ने मुस्लिम प्रत्याशी उतार दिए थे। यहां लड़ाई बेहद दिलचस्प थीं यहां से पीस पार्टी के विधायक व अध्यक्ष डा. मोहम्मद अयूब की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी लेकिन वह भी मुस्लिम वोटों की सेंधमारी में अपनी सीट सुरक्षित नहीं रख सके।
पूर्वांचल के गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिलों की 41 सीटों में से 13 सीटों पर मुस्लिम वोटरों का खास प्रभाव हैं। सभी दलों की निगाहें शोहरतगढ़, बांसी, इटवा, डुमरियागंज, मेंहदावल, खलीलाबाद, पनियरा, गोरखपुर ग्रामीण, पिपराइच, फाजिलनगर, कुशीनगर, पथरदेवा, रामपुर कारखाना मुस्लिम बहुल सीटों पर लगी हुई थीं। औवेसी की पार्टी ने 13 में से  5 मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर ही प्रत्याशी उतारें थे।।पार्टी को सिर्फ मुस्लिम वोटों पर ही भरोसा था। लेकिन मुस्लिम वोट पाने में कामयाबी नहीं मिली।।गोरखपुर ग्रामीण से सबसे पहले प्रत्याशी देने वाली इस पार्टी ने गोरखपुर में चुनाव नहीं लड़ा।
चुनावी इतिहास बताता है कि इन 41 सीटों में कभी 4 से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीत पाए हैं। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में डुमिरयागंज से बसपा के तौफीक अहमद, मेहंदावल से सपा के अबुल कलाम व सलेमपुर से सपा की चौधरी फसीहा बशीर चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे। 2012 के विधानसभा चुनाव में 4 मुस्लिम उम्मीदवारों -डुमिरयागंज से पीस पार्टी से मलिक कमाल युसुफ,  खलीलाबाद से पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अयूब, देवरिया के पथरदेवा से सपा के शकिर अली व रामपुर कारखाना से सपा की चौधरी गजाला लारी ने जीत हासिल की थीं। मलिक कमाल युसुफ  ने बाद में पीस पार्टी छोड़ दी थी। पिछले चुनाव में दोनों मंडलों की सात ऐसी सीटें भी थी जहां मुस्लिम उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे। अन्य दलों के साथ पीस पार्टी, एआईएमआईएम की इन्हीं सीटों पर पैनी निगाह थीं। हारने वालों में पार्टी के पूर्वांचल प्रभारी हाजी अली अहमद प्रमुख है जिन्होंने शोहरतगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ा।
एआईएमआईएम के प्रत्याशी जो लड़ें और हारें
1. खलीलाबाद – तफसीरुल्लाह
2. मेंहदावल – मो. ताबिश खान
3. शोहरतगढ़ – हाजी अली अहमद
4. पथरदेवा – जैनुलआबेदीन
5. कुशीनगर – निसार अहमद
6. नौतनवां – कामिनी जायसवाल
7. फरेंदा – रीना

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