समाचार

जनपद के 40 कालेज में होगा किशोर स्वास्थ्य मंच का आयोजन

गोरखपुर। कोई शारीरिक समस्या हो या फिर मानसिक समस्या। नशे की लत हो या फिर कोई गोपनीय परेशानी। किशोर-किशोरियों की हर जिज्ञासा का समाधान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग किशोर स्वास्थ्य मंच लगा रहा है। शहर के करीमनगर स्थित भवानी प्रसाद पांडेय डिग्री कालेज से इस मंच का शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डा. आईवी विश्वकर्मा ने कालेज में मंच का उद्घाटन किया। उन्होंने किशोर-किशोरियों से संवाद भी किया।

एसीएमओ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में किशोर स्वास्थ्य को लेकर स्वयंसेवी संस्था पापुलेशन इंटरनेशनल सर्विसेज (पीएसआई) की मदद ली जा रही है। इस संस्था की मदद से 23 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (यूपीएचसी) के सभी स्टाफ को ‘कुछ तो लोग कहेंगे’ नामक कार्यक्रम के जरिए किशोर समस्याओं में सहयोगात्मक योगदान के लिए संवेदीकृत किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि किशोरावस्था में कई ऐसे शारीरिक व मानसिक परिवर्तन होते हैं जिनके बारे में खुल कर बात करने में हिचक होती है। इस मंच के जरिए किशोरों की मन की बात जानने के लिए गोपनीय पत्रों का भी सहारा लिया जाता है।

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) की जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा. अर्चना ने बताया कि किशोर स्वास्थ्य मंच के माध्यम से एनीमिया, साफ-सफाई, किशोर समस्याओं के बारे में 10 वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु वर्ग के किशोरों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान साप्ताहिक आयरन-फोलिक गोलियों के सेवन की सलाह दी। उन्होंने बताया कि पीएसआई की मदद से गोरखपुर से ही एक नयी पहल की गयी है। किशोरों से उनका वाट्स एप नंबर मांगा गया है जिसका एक वाट्स एप्प ग्रुप बनाया जाएगा। इस वाट्स एप ग्रुप के माध्यम से उन्हें किशोर स्वास्थ्य के प्रति सचेत किया जाएगा। शहरी क्षेत्र में इस कार्यक्रम को लाइव यूपीएचसी विद लाइव चैट शो नाम से चलाया जाएगा, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम की मदद से किशोरों को जागरूक किया जाएगा और उनके मन की बात जानकर उनकी समस्याओं का समाधान होगा। शहरी क्षेत्र का प्रयोग पीएसआई राज्य के बीस जिलों में करने जा रही है, जिसकी शुरूआत गोरखपुर से हुई है।

यूपीएचसी शाहपुर की प्रभारी चिकित्साधिकारी (एमओआईसी) डा. हरिप्रीत जोगिंदर पाल, पीएसआई टीम से आई ममता, इप्शा और मैनेजर प्रोग्राम केवल सिंह सिसौदिया ने किशोर-किशोरियों को गुड टच-बेड टच, सेफ सर्किल, माहवारी के दौरान साफ-सफाई, माडर्न कंट्रासेप्टिव, नशावृत्ति की रोकथाम, पोषक तत्वों से युक्त खानपान के संबंध में जागरूक किया। एमओआईसी ने किशोर-किशोरियों की समस्या को प्राइवेसी देते हुए ध्यान से सुना और उनकी समस्याओं का समाधान भी बताया।

मंच में कुल 125 किशोर-किशोरियां प्रतिभागी बने। हिमोग्लोबिन जांच में 10 लड़के और 26 लड़कियों के खून में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम पाई गयी। 26 किशोरियों समेत कुल सभी 125 किशोरों को अर्श काउंसलर अनामिका यादव ने परामर्श दिया।

कालेज ने भी आयोजन को सराहा
कालेज के प्राचार्य डा. कमलेश कुमार त्रिपाठी, कालेज के यूथ फ्रेंडली सेंटर के नोडल अधिकारी डा. भूपेंद्र सिंह, शिक्षक डा. मेराजुद्दीन, डा. घनश्याम मौर्या ने किशोर स्वास्थ्य मंच की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन जनपद के उन सभी शिक्षा संस्थानों में होने चाहिए जहां किशोर-किशोरियां पढ़ते हैं। आयोजन के प्रतिभागी किशोर आशीष कुमार पांडेय व किशोरी अर्चना मिश्रा व वर्षा ने बताया कि आयोजन के दौरान जो कुछ भी उन्हें सीखने को मिला है उसे अपनी उम्र के दूसरे किशोरों के साथ साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि अगर कोई भ्रूण हत्या में संलिप्त है तो उसकी सूचना देने पर पुरस्कार प्राप्त होता है। इस अवसर पर सिफ्सा से परिवार नियोजन सलाहकार जावेद, ब्रेक थ्रू संस्था से आकाश व उनकी टीम, एलटी सत्येंद्र सिंह, नूतन, पवन, तूलिका, अंजना और मीना ने मंच के आयोजनों में सहयोग दिया।

किशोर स्वास्थ्य पर फोकस

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि किशोर-किशोरियों की सेहत पर खासतौर से फोकस है। जिला महिला अस्पताल में भी एक किशोर काउंसलर बैठती हैं जिनसे सलाह लेने की सुविधा है। विकली आयरन फोलिक एसिड (विफ्स) कार्यक्रम के तहत स्कूली किशोरियों को आयरन कैल्शियम की दवाएं निशुल्क दी जा रही हैं। निशुल्स सैनेटरी पैड भी दिए जाते हैं। शासन की मंशा के अनुसार पूरे जनपद में किशोर स्वास्थ्य मंच कार्यक्रम के आयोजन भी कराए जा रहे हैं।

Related posts