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कृषि छात्र संघ ने कृषि प्राविधिक सहायकों और गन्ना पर्यवेक्षकों की भर्ती की मांग उठायी

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश कृषि छात्र संघ ने एक बार फिर कृषि प्राविधिक सहायक और गन्ना पर्यवेक्षकों की भर्ती पूरी करने और कुशीनगर में मैत्रेय प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहीत भूमि पर कृषि विश्वविद्यालय बनाने की मांग उठायी है। संघ के पूर्वांचल के अध्यक्ष ऋषभ प्रताप सिंह ने 14 अगस्त को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से मुलाकात कर उपरोक्त दोनों मांगों के सम्बन्ध में ज्ञापन दिया।

उत्तर प्रदेश कृषि छात्र संघ के पूर्वांचल अध्यक्ष ऋषभ प्रताप सिंह ने बताया कि संघ लम्बे समय से दो मांगों को प्रमुखता से उठा रहा है। कुशीनगर में मैत्रेय प्रोजेक्ट के लिए 200 बीघा से अधिक भूमि अधिग्रहीत की गई थी। मैत्रेय प्रोजेक्ट वापस हो गया है। संघ की मांग है कि उपरोक्त भूमि पर कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किया जाए। कृषि विश्वविद्यालय स्थापित होने से इस क्षेत्र में कृषि सम्बन्धी शोध तो होंगे ही यहां के युवाओं को कृषि अध्ययन का अवसर भी मिलेगा।


श्री सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री से मुलाकात में उन्होंने कृषि वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए कृषि प्राविधिक सहायक और गन्ना पर्यवेक्षक की रिक्तियों को जल्द से जल्द भरने की मांग उठायी। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वर्ष 2020-21 के अपने भर्ती कैलेण्डर में इन दोनों पदों के लिए 2500 पद सृजित किए थे लेकिन अज्ञात कारणों से वर्ष 2022 के कैलेण्डर में इसको हटा दिया गया है। आयोग से अध्यक्ष ने हमें आश्वासन दिया था कि एक महीने के अंदर पाठ्यक्रम और विज्ञापन जारी हो जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका है। संघ की ओर से आयोग के परीक्षा नियंत्रक को मई माह में भी इस सम्बन्ध में ज्ञापन दिया गया था।

श्री सिंह ने प्रदेश सरकार से उपरोक्त दोनों मांग पर जल्द कार्यवाही करने की अपील की है।