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नगर विधायक का आरोप-प्राकृतिक नालों पर हो रहा है अवैध कब्ज़ा, अफसर बेपरवाह

गोरखपुर.  नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने आज मोटरसाइकिल से तुर्रा नाला,कुसुम्ही जंगल,जंगल हकीम न 2 ,मोहनापुर,पादरीबाजार ,जंगल मातादीन , जंगल हकीम न 1, सरस्वतीपुरम ,रामलीला मैदान, श्यामेन्द्रनगर , काशीपुरम, तुलसीपुरम, अकलोहवा , जंगल तुलसीराम पूर्वी तथा पश्चिमी, सर्वोदयनगर ,खजुरहिया, ताडीखाना होते हुये रामगढ़ ताल तक तकरीबन 6 किमी लम्बे प्राकृतिक नाले की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने  भू-माफियाओं द्वारा नाले और जलाशय पर कब्जे का का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के बबाद बयान में नगर विधायक ने कहा कि इन सारे क्षेत्रों के नागरिक लगातार अपने इलाके में स्थाई जलजमाव की शिकायत करते रहते हैं। उन्हें देखकर आश्चर्य हुआ कि भू-माफिया तथा षंस्थायें दिन दहाड़े अधिकारियों की कार्यवाही से पूरी तरह बेखौफ़ नाले को पाटते चले आ रहे है ,नाले में घुसकर प्लाटिंग की बाऊण्डरी बना दी गई है ,  कई बड़े स्कूलों ने नाले पर कब्जा कर लिया है  ,पांच मीटर चौड़ा नाला रामगढ़ ताल आते आते 2 पौन मीटर के ह्यूम-पाईप तक सिमटा दिया गया है और न तो नगर निगम,न गोरखपुर विकास प्राधिकरण और न ही जिलाधिकारी  ,किसी के भी कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. हर बारिश में नागरिक भीषण जलजमाव से पीडित होते हैं लेकिन अतिक्रमण करने से वे भी पीछे नहीं हैं. यंहा तक की नागरिक उसी नाले पर कब्जा करके भव्य मंदिर भी बनवा रहे हैं. जलाशयों पर भी चारों ओर से कब्जा किया जा रहा है.

 नगर विधायक ने कहा कि नगर आयुक्त, उपाध्यक्ष गोरखपुर विकास प्राधिकरण तथा जिलाधिकारी अगर इसी तरह संवेदनहीन,ला परवाह, गैरजिम्मेदार बने रहे रहे तथा प्राकृतिक नाले के कब्जे और अतिक्रमण को प्रश्रय देते रहे तो इन मुहल्लों सहित पवन विहार,सैनिक कुंज,नन्दानगर,दरगहिया तक के लाखों नागरिकों का जीवन स्थाई रूप से नारकीय हो जायेगा।

 डा. अग्रवाल ने कहा कि भारत के ईजमेण्ट ऐक्ट 1882 अधिकारियों को यह वैधानिक अधिकार देता है कि वे परम्परागत रूप से सदियों से बहते चले आ रहे नाले के बहाव पर अवरोध पैदा करने वाले व्यक्तियों तथा संस्थाओं के विरूद्ध कार्यवाही कर सकते हैं तथा कब्जा हटवाकर जल-बहाव मेन्टेन भी कर सकते हैं ,लेकिन अधिकारियों ने ऐसी कोई कार्यवाही नहीं की।

  नगर विधायक ने घोषणा की कि 13 फरवरी से शुरू होने वाले विधानसभा के सत्र में वे यह विषय सरकार के सामने उठायेंगे और सरकार से मांग करेंगे कि लाखों नागरिकों के लिए जीवन रेखा, इस प्राकृतिक नाले का चिन्हाकन और सीमांकन किया जाये ,जितने भी अवरोध/कब्जे अतिक्रमित किये गये हैं सभी हटाये जायें ,अतिक्रमण करने वाले सभी व्यक्तियों तथा संस्थाओं के विरूद्ध कार्यवाही की जाये और नाले के शहरी हिस्से में स्थाई सीसी नाला बनवाकर जलजमाव की समस्या का स्थाई समाधान किया जाये.

 नगर विधायक ने नागरिकों का आह्नान किया है कि यह एक दिन में और सिर्फ उनके अकेले प्रयास से होने वाला काम नही हैं। सभी मोहल्लों के नागरिकों को जागरूक और संगठित होकर सामने आना होना होगा और “प्राकृतिक नाला बचाओ संघर्ष समिति ” के नेतृत्व में आगे आकर संघर्ष करना होगा । वह नागरिकों को हर स्तर पर सहयोग देंगे और लोकतांत्रिक आन्दोलन का नेतृत्व भी करेंगे ।

निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय पार्षद अभिमन्यु मौर्या,शत्रुघन मिश्र,किशन सिंह,चंद्रशेखर यादव , अनिल मौर्य , अमित सिंह, चंद्रशेखर, देवेश , विवेक वर्मा , टुन्नू, मणिकांत ,सोनू ,मुन्ना, डीएन शुक्ला, विशाल, चंदन, अशोक मंडल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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