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डुमरियागंज निवासी जामिया मिलिया के छात्र की मौत, आंसू गैस का गोला लगने से हुआ था घायल

सिद्धार्थनगर। जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र उबैदुर्रहमान की एक जनवरी को नई दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उबैदुर्रहमान 15 दिसम्बर को नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा लाइब्रेरी में घुस कर आंसू गैस का गोला छोड़े जाने से घायल हो गए थे। बाद में उन्हें चिकन पाक्स भी हो गया था।

उबैदुर्रहमान यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज के पास बंजरहवा गांव के निवासी थे। एक जनवरी को देर रात उसका शव गांव लाया गया और आज सुबह दस बजे कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया।

22 वर्षीय उबैदुर्रहमान डुमरियागंज के पास बंजरहवा गांव निवासी कलीमुल्लाह के पुत्र थे। कलीमुल्लाह के दो बेटों में उबैदुर्रहमान छोटे थे। बड़ा बेटा अब्दुल रहमान दुबई में कमाने के लिए गया हुआ है। उबैदुर्रहमान जामिया मिलिया इस्लामिया में अनुवाद प्रथम वर्ष में पढ़ रहे थे।

घर के लोगों से बातचीत में पता चला कि 13 जनवरी को नागरिकता विरोध प्रदर्शन के दौरान वह लाइब्रेरी में पढ रहा था। उसी समय लाइब्रेरी में पुलिस ने घुस कर छात्र-छात्राओं को जम कर पीटा और आंसू गैस के गोले छोड़ दिए। उबैदुर्रहमान को आंसू गैस का गोला लगा और वह घायल हो गया। उसे साहिब बाग स्थित अल शिफा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे एम्स के लिए रेफर कर दिया गया। एम्स में इलाज के बाद उसकी हालत ठीक हो गई लेकिन फिर उसे चिकन पाक्स हो गया। उसके पूरे बदन में छाले निकल आए। उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। उसे इलाज के लिए जीबी पंत हॉस्पिटल लाया गया जहां पर उनका इलाज चल रहा था। एक जनवरी को उसकी तबियत काफी खराब हो गई और दोपहर 2.30 बजे उसकी मौत हो गई।

रिश्तेदारों और दोस्तों ने उबैदुर्रहमान के शव को डुमरियागंज भिजवाया। उसका शव देर रात डुमरियागंज के वार्ड नम्बर 7 स्थित घर पहुंचा। शव आते ही पूरे मोहल्ले में कोहराम मच गया। जवान बेटे की लाश देखकर कलीमुल्लाह दहाड़ मार कर रोने लगे। रात भर रिश्तेदारों के इंतजार के बाद गुरूवार की सुबह 10 बजे बैदौलागढ़ स्थित कब्रिस्तान में शव को मिटृटी दी गई। इस मौके पर डुमरियागंज के आसपास के सैकड़ों लोग मौजूद थे। स्थानीय पुलिस भी मौके पर मौजूद थी।