विधानसभा चुनाव 2022

‘ बीजेपी हराओ,लोकतंत्र बचाओ मंच ’ ने जन घोषणा पत्र जारी किया

लखनऊ। ‘ बीजेपी हराओ, लोकतंत्र बचाओ मंच ‘ की मंगलवार को लखनऊ में हुई बैठक में जन घोषणा पत्र जारी करते हुए उत्तर प्रदेश के सभी शोषित/उत्पीड़ित वर्गों, लोकतांत्रिक ताकतों ,जागरूक बुद्धिजीवियों, महिलाओं, युवाओं,  अल्पसंख्यक समुदाय और विद्यार्थियों से अपील की गई कि वे मोदी-योगी के नेतृत्व वाले घोर जनविरोधी आरएसएस/भाजपा शासन विधानसभा चुनाव में उखाड़ फेंके।

बैठक की अध्यक्षता मंच के संयोजक डॉक्टर चतुरानन ओझा ने की। विशिष्ट वक्ता के रूप में कॉमरेड के एन रामचंद्रन(महासचिव, रेड स्टार), मेहरुन्निसा (शाहीन बाग और सिंघु बॉर्डर के किसान आंदोलन की कार्यकर्ता), बाबूराम (अध्यक्ष, एआईकेकेएस) ने वक्तव्य रखा। रामफेर, एम एल आर्या, के पी यादव,पी सी कुरील,दी एस रावल,ज्योति राय, इंद्रप्रकाश बौद्ध, आर सी गुप्त,शिशुरंजन, लेनिना,अरविंद,निरंजन, डॉक्टर नरेश व मैदान भारती ने भी अपने विचार रखे।एआईआरएसओ के सांस्कृतिक दस्ते ने ‘ ऐ भगतसिंह तू ज़िंदा है ‘ जनगीत गाया। संचालन तुहिन ने  किया।

मंच द्वारा जारी जन घोषणापत्र में किसानों, मज़दूरों, बेरोजगारों,गरीबों, दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों एवं सभी मेहनतकश जनता के ज्वलंत मुद्दों को संबोधित किया गया है। जन घोषणा पत्र में
कृषि का कॉरपोरेटीकरण बंद करने, कृषि क्षेत्र से सभी विदेशी और देशी कंपनियों को बाहर करने, जरूरत के अनुसार राज्य में निर्वाचित एपीएमसी का गठन, कानूनी रूप से संरक्षित एमएसपी के आधार पर सभी कृषि उत्पादों की खरीद , और उनके वितरण और व्यापार को पूरी तरह से सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत लाने, किसानों के सभी ऋणों को बट्टे खाते में डालने, संपूर्ण बैंकिंग प्रणाली का राष्ट्रीयकरण करने और सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक सुविधाओं को सभी के लिए उपलब्ध कराने की बात काही गई है।

घोषणापत्र में लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों के परिवारों को समुचित मुआवजा दिए जाने, हत्याकांड के मास्टरमाइंड केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र (टेनी) की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी, उनपर आपराधिक मुकदमा दर्ज किये जाने, भूमि के कॉरपोरेटीकरण के स्थान पर भूमि, आवास, कृषि को सहायता, अधिक मनरेगा कार्य दिवस और भूमिहीन/गरीब किसानों को उच्च मजदूरी, और कृषि श्रमिकों सहित सभी ग्रामीण श्रमिकों के लिए बेहतर प्रदान करने की मांग उठाई गई है।

इसके अलावा श्रम संहिता सहित मोदी शासन के सभी मजदूर विरोधी क़ानूनों को रद्द करने, सभी मौजूदा श्रम अधिकारों को बहाल करने, मासिक 25,000 रुपये आवश्यकता आधारित न्यूनतम वेतन सुनिश्चित करने, सभी नागरिकों को मुफ्त सरकारी शिक्षा व स्वास्थ्य सुनिश्चित करने, सभी नागरिकों को भोजन, आवास,वस्त्र व रोजगार सुनिश्चित करने की मांग को घोषणापत्र में रखा गया है।

घोषणा पत्र में कहा गया है कि प्रदेश समेत पूरे देश की आम जनता की दुश्मन नम्बर एक और कॉरपोरेट धन्नासेठों की अव्वल नम्बर की दोस्त आरएसएस के मार्गदर्शन वाली बीजेपी को हराना और लोकतंत्र को बचाना ही सच्ची देशभक्ति है।इसी लिए मंच ने चुनाव में भाग न लेते हुए बीजेपी को हराने वाले उम्मीदवारों को अपने विवेक से जनता को वोट देने का आह्वान किया है।

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