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नफरत की राजनीति से समाज को बांट रही है भाजपा और आरएसएस- मेधा पाटकर

‘ नफरत छोड़ो , संविधान बचाओ ’ पदयात्रा का कुशीनगर से आगाज

कुशीनगर। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर ने कहा है कि भाजपा-आरएसएस नफरत की राजनीति कर समाज को बांटने का कार्य कर रही है। मोदी सरकार आरएसएस के एजेंडे को लागू कर लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने पर उतारू है। भाजपा देश की सम्पत्ति को अडानी, अम्बानी को बेचने का काम कर रही है जबकि आदिवासी और किसान जल, जंगल, जमींन को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

मेधा पाटकर ने नौ नवम्बर को बुद्ध महापरिनिर्वाण मंदिर से ‘ नफरत छोड़ो , संविधान बचाआ ’ पदयात्रा को रवाना करने के पहले एक सभा को सम्बोधित करते हुए उक्त बाते कहीं। पदयात्रा का शुभरम्भ करने के बाद वे खुद करीब सात किलोमीटर तक पदयात्रियों के साथ कुशीनगर और कसया में पैदल चलीं।

उन्होंने कहा कि हम इस यात्रा के माध्यम से लोगों को प्रेम और सद्भाव के साथ मिलकर रहने का संदेश देंगे। इस देश में अल्लाह, भगवान, गुरुनानक, बिरसा, मुंडा सभी को मानने वाले लोग हैं। इस देश की संस्कृति गंगा यमुनी तहजीब की रही है। उस तहजीब को जिंदा रखने के लिये तथागत बुद्ध की धरती से कबीर धाम की यात्रा शुरू कर रहे हैं। हम यात्रा में आदिवासियों, मछुआरों, मजदूर, किसान, महिलाओं सबके हक की आवाज बुलंद करेंगे।

मेधा पाटकर ने कहा कि आज राहुल गांधी भी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। हमें राजनीति से मतलब नहीं है लेकिन जो लोग समाज के लिए कुछ कर रहे हैं, हम उनके साथ हैं।

सभा में यात्रा संयोजक प्रो चितरंजन मिश्रा ने कहा कि यात्रा की जरूरत इसलिये पड़ी है कि जिन लोगों ने अंग्रेजों की दलाली की थी, हिन्दू -मुस्लिम के बीच दरार पैदा की थी और आजादी की लड़ाई में खिलाफत की थी वे ही गद्दी चला रहे हैं। अब वे उन लोगों के खिलाफ हैं जो राष्ट्रीय एकता के लिये लड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत के मजदूर किसान अपनी फसलों की रक्षा के लिए फसल को नुकसान पहुंचाने वाले खरपतवार फेंक देते हैं। उसी तरह हम आज लोकतंत्र की फसल से जहरीले पौधे उखाड़ फेंके। प्रो मिश्र ने कहा कि आज देश संकट में है। मूल्य टूट रहे हैं। दहशत का वातावरण बना हुआ है। शिक्ष्कों-बुद्धिजीवियों को माओवादी बता कर गिरफ्तारी की जा रही है। आज हमें धर्मनिरपेक्षता के मूल्य को समझना होगा। धर्मनिरपेक्षता नहीं बचेगी तो देश भी नहीं बचेगा।

पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि देश की संविधान से खिलवाड़ कर उसे तोड़ने का काम सरकार कर रही है।

पूर्व मंत्री एवं सपा के वरिष्ठ नेता ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने कहा कि देश में साम्प्रदायिक ताकतें हावी होकर समाज को नफरत की आंधी में झोंक रहे हैं। देश को खंडित करने का काम किया जा रहा है।

पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा कि देश में रहने वाले सब भाई है। जब प्रेम, शांति और समता होगी तभी देश आगे बढ़ेगा।

पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे समाजवादी समागम के राष्ट्रीय महामंत्री, फैक्टर के संस्थापक एवं जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री अरुण कुमार श्रीवास्तव ने सबका स्वागत करते हुए कहा कि जन संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमारा दायित्व है कि आज जनता के बीच जाएं, उन्हें देश के सामने उत्पन्न खतरे के बारे में बताएं और उन्हें एकजुट होकर आगे आने का आह्वान करें।

सभा की अध्यक्षता करते हुए विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रहे राम गोविंद चैधरी ने कहा कि देश में नफरत की भवना बढ़ रही है। देश चरमरा रहा है। उन्होंने जेपी आंदोलन की चर्चा की और आज की चुनौतियान का मुकाबला करने के लिए उससे प्रेरणा लेने की अपील की।

सभा के बाद पदयात्रा प्रारम्भ हुई। मेधा पाटेकर, राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, राधेश्याम सिंह, पूर्व विधायक पुर्नवासी देहाती आदि ने महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध प्रतिमा पर चीवर चढ़ाया।

पदयात्रा महापरिनिर्वाण मंदिर से बुद्ध पीजी कालेज होते हुए दीवानी न्यायालय कसया पहुंची जहां अधिवक्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। गांधी चौक पर गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात यात्रा हेतिमपुर की ओर प्रस्थान कर गयी। इस अवसर पर पूर्व एमएलसी राम अवध यादव, राजेश पांडेय, पुरन्दर प्रताप यादव, प्रभाकर जायसवाल, विनोद जायसवाल, मनोज कुमार सिंह, अरुण श्रीवास्तव, महेंद्र, जनार्दन, असलम, संजय सिंह, हृदया नँद शर्मा, उदयभान यादव आदि मौजूद रहे।

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