समाचार

सीएम का अफसरों को निर्देश- बरसात में गोरखपुर शहर में कहीं जलजमाव न होने पाए

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए गोरखपुर के सभी बड़े अफसरों के साथ गोरखपुर शहर में जलभराव की समस्या और गोरखपुर में चल रहे निर्माण कार्यो के प्रगति की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने अफसरों से साफ तौर पर कहा कि जलजमाव से बचाव की सभी योजनाओं को जून महीने तक पूरा कर लिया जाए। इस बरसात में शहर के किसी भी क्षेत्र में जल-जमाव नहीं होना चाहिये। उन्होंने जल-जमाव की समस्या के निदान हेतु शार्ट टर्म योजना, मीडियम टर्म तथा लाॅग टर्म की योजना तैयार कर प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया।

समीक्षा बैठक में कमिश्नर रवि कुमार एन जी, जिलाधिकारी विजय किरन आनन्द, जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह, नगर आयुक्त अविनाश सिंह, मुख्य अभियन्ता लोक निर्माण विभाग बीबी श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता नगर निगम सुरेश चन्द्र, मुख्य अभियन्ता जीडीए पीपी सिंह, अधीक्षण अभियन्ता जल निगम रतनसेन सिंह, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग निर्माण खण्ड केशव लाल, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि प्रांतीय खण्ड प्रवीण कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने जल-जमाव के बचाव हेतु चल रहे चार प्रमुख कार्य- ग्रीन सिटी प्रोजेक्ट (3282.84 लाख), गोड़धइया नाला प्रोजेक्ट (24432.21 लाख), जनपद गोरखपुर और नगर निगम क्षेत्र की सीमा में कराये जाने वाले विकास कार्य (275.00 करोड़) एवं वित्तीय वर्ष 2021-22 में त्वरित आर्थिक विकास योजना के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्य रू0 10357.67 लाख के सापेक्ष अवमुक्त 1000.00 लाख की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया।

मुख्यमंत्री ने असुरन-मेडिकल रोड के दोनों तरफ बनाये गये नालों को ठीक कराने तथा जेल बाईपास मार्ग को प्रत्येक दशा में मई 2022 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये। जंगल कौड़िया-मोहद्दीपुर सड़क के दोनों तरफ के मुहल्लों में नाला न बनने के कारण व विद्युत का कार्य अपूर्ण होने के कारण अभी जल निकासी नहीं हो पा रही है। इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए कि मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया मार्ग का सभी कार्य अगले एक माह तक पूर्ण कर लिया जाय। महानगर में नो-इन्ट्री अवधि में कोई मालवाहक वाहन(ट्रक) सड़क के किनारे न खड़ा रहे, जिससे टैªफिक जाम की समस्या को समाप्त किया जा सके। सभी भारी वाहन प्रत्येक दशा में न्यू ट्रान्सपोर्टनगर में स्थानान्तरित कर दिये जाये।
स्वच्छता की पूर्ण कार्ययोजना और स्वच्छ सर्वेक्षण में उनकी उत्कृष्ट रैकिंग पाने के लिए निर्देशित किया गया। डोर-टू-डोर कलेक्शन विशेषकर मुहल्लों, पार्कों में, बस स्टेशनों में और पुलिस थानों में कूड़ा एकत्रित न हो कूड़े का उठान सुनिश्चित हो और सफाई व्यवस्था सुदृढ़ रहे।

महानगर को सुन्दर व स्वच्छ बनाने के लिये स्मार्ट सिटी योजनान्तर्गत असुरन-मेडिकल रोड तथा असुरन चौराहे से काॅली मन्दिर होते हुये गोलघर से शास्त्री चौक व बेतिहायाता में शहीद भगत सिंह चैक तक की सड़क को ठीक करने तथा सड़क के दोनों किनारों की दुकानों को एक रंग में करते हुये पार्किंग व्यवस्था ठीक करने, सभी जगहों पर स्ट्रीट लाइट हेतु नगर निगम आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।

आयुष विश्वविद्यालय व सैनिक विद्यालयों का कार्य की प्रगति के बारे में समीक्षा करते मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया गया कि समयबद्ध रूप से निर्माण कार्य पूर्ण किया जाय।

उन्होंने महिला बटालियन व पुलिस टेªनिंग स्कूल, पश ुचिकित्सा महाविद्यालय के लिए तत्काल जमीन का प्रबन्ध करने का भी निर्देश दिया।

वाटर स्पोर्ट काम्पलेक्स के क्रियान्वयन एवं वाटर स्पोर्ट क्षेत्र के आस-पास जो मलबा पड़ा हुआ है, गन्दगी पड़ी है उसकी सफाई कराने हेतु नगर निगम को निर्देशित किया गया। सभी वर्तमान में प्रचलित कार्यों को जून में बरसात से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।

सीएम ने शहर के सभी तालाबों की कार्ययोजना बनाते हुए विभिन्न योजनाओं में आच्छादित कराते हुए उसे वित्त पोषित कराने, स्ट्रीट पथ विक्रेताओं के लिए उचित नीति एवं उनके स्थापना के लिए सुनियोजित कार्ययोजना बनाने और इन्ट्रीगेटेड ट्राफिक मैनेजमेंट सुचारू रूप से संचालित करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने नगर आयुक्त को प्लास्टिक मुक्त सिटी बनाने, चिड़ियाघर व उसके आस-पास जल निकासी हेतु व्यवस्था कराने को कहा। उन्होंने नवीन नगर निगम कार्यालय भवन को अतिशीघ्र पूर्ण कराते हुये उसे पूर्ण रूप से संचालित कराने का निर्देश देते हुए कहा कि महानगर के विभिन्न मोहल्लो में स्थित छोटे-छोटे तालाबों को अवैध कब्जे से मुक्त कराते हुये उनके सौन्दर्यीकरण की योजना तैयार की जाए। सभी वार्डो में प्रतिदिन प्रातः काल छिड़काव तथा सांयकाल में फागिंग की जाये तथा नागरिकों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराते हुये सम्पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त किया जाये।

Related posts