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महिलाओं पर हिंसा के खिलाफ कांग्रेस ने मार्च निकाला, पुलिस से नोकझोंक, धक्कामुक्की

गोरखपुर। हाथरस सहित कई स्थानों पर महिलाओं के साथ हिंसा-रेप की घटनाओं के विरोध और हाथरस के जिला अधिकारी को तत्काल हटाने की मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को शास्त्री चौक से लेकर अम्बेडकर चैराहा, इंदिरा बाल बिहार होते हुए मार्च निकाल प्रदर्शन किया।  प्रदर्शन के दौरान कई स्थानों पर पुलिस से नोक झोंक और धक्का-मुक्की हुईं। इंदिरा तिराहे पर एडीएम नगर ने आकर ज्ञापन लिया।

इस मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि उ0प्र0 में आये दिन हत्या, बालात्कार, लूट की घटनाएं हो रही हैं। अधिकारी बेलगाम हो गये। पीड़ित परिवार की मदद करमे के बजाय उनको ही धमकाने का कार्य हो रहा है।  हाथरस में सरकार के इशारे पर दलित बेटी के मृत शरीर को पुलिस के दम पर परिवारी जनों को न सौपकर साक्ष्य मिटाने के लिए जला दिया गया। परिवारीजन न्याय की आस में है लेकिन जिलाधिकारी से लेकर पुलिस प्रशासन न्याय दिलाने के बजाय पीड़ित परिजन को धमका रहे है। यह घोर निन्दनीय है। हम कांग्रेसजन ऐसे भ्रष्ट जिलाधिकारी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते है।

 

महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि दलित बेटी की आवाज को दबाने के लिए उ0प्र0 की सरकार के आलाधिकारी लिप्त हो गये है। पीड़ित परिजन का दु:ख बांटने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी , राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को रोक गया और उनके साथ धक्का-मुक्की व अभद्रता की गयी। यह सरकार महिला विरोधी है। पूरे प्रकरण में लिप्त हाथरस के जिलाधिकारी को तत्काल बर्खास्त नही किया गया तो आन्दोलन न्याय के लिए जारी रहेगा।

मार्च और प्रदर्शन में जितेन्द्र पाण्डेय, विजेन्द्र तिवारी, दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव, सहला अहरारी, रोहन पाण्डेय, सोनिया शुक्ला, अनिल सोनकर, अभिजीत पाठक, विवेक श्रीवास्तव, इ0 अमित कन्नौजिया, प्रणव उपाध्याय, डाॅ0 पी0एन0 भट्ट, महेन्द्र नाथ मिश्रा, तौकिर आलम, दिलीप कुमार निषाद, सबिहा शब्दपोश, तारिक सईद, प्रेमलता चतुर्वेदी, राजेन्द्र यादव,  अदियंश गांधी, उषा श्रीवास्तव, साहिल विक्रम तिवारी, प्रभात चतुर्वेदी, मुस्तफा अंसारी, सुनील तिवारी, रंजीत चैधरी, प्रिस शर्मा, नासीर मुन्ना, विष्णु सैनी, राजेश निषाद, कुसुम पाण्डेय,  राम अवतार गौड़ आदि शामिल हुए।