विधानसभा चुनाव 2022

चुनाव आयोग से कमल के फूल को राष्ट्रीय पुष्प बताने पर रोक लगाने की मांग

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के नेता काली शंकर ने आज निर्वाचन आयोग में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करते हुए भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के फूल को राष्ट्रीय पुष्प बताकर भारत सरकार की वेबसाइट पर प्रदर्शित करने पर रोक लगाने की मांग की है।

काली शंकर ने अपनी शिकायत में मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार सत्ता का दुरूपयोग करते हुए अपने चुनाव चिन्ह कमल को भारत सरकार की बेबसाइट पर राष्ट्रीय पुष्प के रूप में प्रदर्शित करते हुए आचार संहिता का खुला उल्लंघन कर रही है। कमल के फूल को को राष्ट्रीय पुष्प घोषित होने का कोई भी नोटिफिकेशन या सरकारी रिकॉर्ड भारत सरकार के मंत्रालय के पास नहीं है अर्थात कमल का फूल, राष्ट्रीय पुष्प नहीं है। मेरे आर.टी.आई के जवाब में भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय तथा बॉटनिकल सर्वे आफ इंडिया ने भी यही कहा है। इससे स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार अपने चुनाव चिन्ह कमल को राष्ट्रीय पुष्प बताकर और सरकारी वेबसइट पर प्रदर्शित कर मतदाताओं के भावनाओ के साथ खेलकर चुनावी लाभ लेना चाह रही है जो आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।

 

सपा नेता ने कहा कि सरकारी वेबसाइट नो इंडिया ( http://knowindia.gov.in/national-identity-elements/national-flower.php) पर कमल के फूल को राष्ट्रीय पुष्प के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है। यह सरकारी व्यवस्था का पूर्ण रूप से दुरूपयोग  है जिस पर निर्वाचन आयोग तत्काल रोक लगाने की प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।

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