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गुआक्टा पदाधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की नोटिस से शिक्षक संघों में नाराजगी, कुलपति को हटाने की मांग

गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (गुआक्टा) के अध्यक्ष, महामंत्री और पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा अनुशासनिक कार्रवाई की नोटिस दिए जाने से प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों में भारी नाराजगी है। शिक्षक संघों ने बयान जारी कर गोरखपुर विशविद्यालय के कुलपति को नियम विरूद्ध आचरण करने वाला बताते हुए उनकी निंदा की है। लखनऊ विशविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) ने कुलाधिपति को पत्र लिखकर गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को तत्काल हटाने की मांग की है।

लुआक्टा के अध्यक्ष डा. मनोज पांडेय और महामंत्री डा. अंशु केडिया ने कुलाधिपति को चार जुलाई को लिखे पत्र में कहा है कि दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय,गोरखपुर के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह द्वारा शिक्षको, एव शिक्षक संगठनों के प्रति लगातार अमर्यादित एव नियमो ,परिनियमों के विरुद्ध आचरण किया जा रहा है, जो कि कुलपति पद की मर्यादा एव गरिमा के विपरीत है। प्रोफेसर राजेश सिंह कुलपति पद की मर्यादा के विपरीत भाषा का प्रयोग करते हैं। उनके कृत्य से शिक्षक अपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं तथा उनमें गहरा रोष है । किसी कुलपति को संगठनों के पदाधिकारियों के प्रबंध तंत्र को पत्र प्रेषित कर दण्डित किये जाने का आदेश प्रदान करना कुलपति जैसे पद पर आसीन व्यक्ति की नियमो के प्रति अज्ञानता एव तुच्छ मानसिकता का द्योतक है। ‘

 

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (मूटा) की अध्यक्ष डा. निवेदिता मलिक और महासचिव डाॅ जय कुुमार सरोहा ने बयान जारी कर कहा है कि मूटा गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति के इस प्रकार के कृत्य, तानाशाही व शिक्षकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार की घोर निन्दा करता है। इस संघर्ष में मूटा, गोरखपुर विश्वविद्यालय शिक्षकसंघ के साथ खड़ा है।

सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ( सुआक्टा) के अध्यक्ष डा. पूर्णेश नारायण सिंह और महामंत्री विनय कुमार सिंह ने बयान जारी कर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलपति द्वारा शिक्षक संघ के सम्मानित प्रतिनिधियों के साथ किए गए अमर्यादित व्यवहार की निंदा की है और कहा है कि वह गुआक्टा के संघर्ष में उनके साथ है।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के शिक्षक संघ, यूपी कालेज वाराणी के शिक्षक संघ ने भी बयान जारी कर गुआक्टा पदाधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की नोटिस की निंदा की है।

 

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