समाचार

डॉ. संपूर्णानंद ने पाँचवे दिन विश्वविद्यालय गेट पर अनशन किया, प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती कराया 

प्रशासन ने राजभवन को रिपोर्ट भेजने का आश्वासन दिया 

गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त तानाशाही, वित्तीय अनियमितता, शिक्षकों के निलंबन, शोधार्थियों विशेषकर महिलाओं पर फर्जी आपराधिक मुकदमें एवं परिसर में अधिनायकवाद के विरुद्ध डॉ संपूर्णानंद मल्ल ने 5वें दिन विश्वविद्यालय गेट पर आमरण अनशन जारी रखा। पुलिस प्रशासन ने उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए सदर अस्पताल के इमरजेंसी आईसीयू वार्ड में भर्ती करा दिया।

डॉ संपूर्णानंद की दृढ़ता को देखते हुए प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए और आनन-फानन में उनसे वार्ता करके उनकी मांगों पर कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया गया। जिला प्रशासन ने डॉ संपूर्णानंद की सभी मांगों जैसे प्रो कमलेश के निलम्बन, आचार्यों के विरुद्ध की गई कार्यवाही की वापसी, शोधार्थियों पर हुए एफआईआर को समाप्त करने जैसी मांगों को तत्काल पूरा करने के आश्वासन दिया। जबकि कुलपति की बर्खास्तगी की माँग पर प्रशासन ने कहा कि यह उनके स्तर से संभव नहीं इसलिए यह आश्वासन दिया कि कुलपति प्रो राजेश सिंह पर लगे आरोपों की फाइल बनाकर उन्हें राजभवन से सम्बद्ध कराने एवं जांच कमेटी बनाने का प्रस्ताव राजभवन को भेजा जाएगा।

अनशनकारी डॉ. संपूर्णानंद ने कहा कि आजाद भारत में बने यूपी के पहले विश्वविद्यालय को गर्त में ले जाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है और एक तानाशाह कुलपति के द्वारा मुख्यमंत्री के गृह जनपद में यह सारी अराजकता फैली हुई है, जिसपर सभी लोग मौन हैं। विश्वविद्यालय की आठ महिला शोधार्थियों समेत 17 शोधार्थियों पर कुलपति द्वारा अमानवीय तरीके से आपराधिक धारा में एफआईआर कराया गया हैं। विद्यानुशासित आचार्यो को डराया धमकाया जा रहा। ऐसी स्थिति में बिहार लोकायुक्त द्वारा दोषी बनाये गए कुलपति प्रो राजेश सिंह की बर्खास्तगी तक मेरा आमरण अनशन चलेगा, चाहे मेरी जान ही क्यों न चली जाए।

डॉ संपूर्णानंद ने कुलाधिपति को पत्र लिखकर कुलपति को राजभवन संबद्ध करते हुए उनके विरुद्ध जांच गठित करने की मांग की है।

जिला अस्पताल में डॉ संपूर्णानंद को अनेक शिक्षकों, सामाजिक संगठनों के लोग एवं नागरिक समर्थन देने पहुँचे। गोरखपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष ,प्रोफेसर चितरंजन मिश्रा, प्रो उमेश नाथ त्रिपाठी,पूर्व अध्यक्ष, शिक्षक संघ, डी डी यू, कार्यपरिषद सदस्य प्रो चंद्र भूषण अंकुर, प्रो सुधीर श्रीवास्तव, प्रो अजेय गुप्ता, प्रो कमलेश गुप्ता, विश्वविद्यालय मानदेय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रो. दुर्गा प्रसाद यादव, राजीव गांधी स्टडी सर्किल के समन्वयक डॉ प्रमोद शुक्ला ,छात्र संघ अध्यक्ष डी डी यू अमन यादव,शिक्षाशास्त्री डॉ अतुल किशोर शाही के साथ शोध छात्र कमलकांत राव, मनदीप राय, प्रशांत मौर्य, सुधीर मद्धेशिया, पप्पू गुप्ता, शंभू नाथ वर्मा कृतिका सिंह, राधा विश्वकर्मा, अन्नु जयसवाल, अंजली पांडे समेत अन्य लोगों ने भी जिला अस्पताल में डॉ संपूर्णानंद का हाल चाल लिया।

Related posts