गोरखपुर मंडल में हाईग्रेड फीवर के केस तीन गुना बढ़े, इंसेफेलाइटिस में भी तेजी

गोरखपुर। गोरखपुर मंडल के चार जिलों में वर्ष हाई ग्रेड फीवर के केस तीन गुना से अधिक बढ़ गए हैं। जनवरी से जुलाई महीने तक इन चार जिलों में हाई ग्रेड फीवर के 3987 केस रिपोर्ट हुए थे जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में सिर्फ 1189 हाई ग्रेड फीवर के केस आए थे।

हाई ग्रेड फीवर के साथ-साथ इस वर्ष इंसेफेलाइटिस केस में भी तेजी आयी है। गोरखपुर मंडल के चारों जिलों में जनवरी से अगस्त के आखिरी सप्ताह तक एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस)के 428 और जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के 19 केस रिपोर्ट हुए हैं। एईस से 17 बच्चों की मौत भी हुई है।

हाई ग्रेड फीवर 102 डिग्री फारेनहाइट या उससे अधिक शरीर के तापमान होने पर माना जाता है। यह स्थिति गंभीर संक्रमण का संकेत है और मरीज की विशेष देखभाल की मांग करता है।

इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के लिए हाई ग्रेड फीवर के रोगियों की पहचान करने और उनका ठीक से इलाज करने पर जोर दिया गया है। बच्चों में बहुधा हाई ग्रेड फीवर केस, इंसेफेलाइटिस में तब्दील हो जाता है। स्वास्थ्य विभाग दावा करता है कि उसने हाई ग्रेड फीवर वाले रोगियों की ट्रेकिंग की व्यवस्था बना रखी है।

मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष हाई ग्रेड फीवर के रोगियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि देखी जा रही है। गोरखपुर मंडल के चार जिलों-गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर में जनवरी से जुलाई तक हाई ग्रेड फीवर के 3987 केस रिपोर्ट हुए हैं। यह संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले तीन गुना से भी अधिक है। पिछले वर्ष इसी अवधि में हाई ग्रेड फीवर के 1189 मरीज मिले थे।

सबसे अधिक हाई ग्रेड फीवर केस महराजगंज जिले से रिपोर्ट हुए हैं। महराजगंज जिले में इस वर्ष के सात महीनों में तेज बुखार के 1427 केस आए हैं। कुशीनगर जिले में 980, देवरिया में 902 और गोरखपुर में 678 केस रिपोर्ट हुए हैं।

सरकार के इंसेफलाइटिस खत्म हो जाने के दावों पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए इस वर्ष एईएस केस में खासी तेजी देखी जा रही है। इस वर्ष जनवरी से अगस्त के अखिरी सप्ताह तक गोरखपुर मंडल में एईएस के 428 और जेई के 19 केस रिपोर्ट हुए हैं। एईएस से 17 बच्चों की मौत भी हुई है।

पिछले वर्ष एईएस के 913 केस रिपोर्ट हुए थे जिसमें 52 लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 2020 में जेई के 52 केस रिपोर्ट हुए थे। इसमें छह लोगों की मौत हो गई थी।

सबसे अधिक 134 एईएस केस कुशीनगर में रिपोर्ट हुए हैं। इसके बाद गोरखपुर में 108, महराजगंज में 100 और देवरिया में 86 केस आए हैं। एईएस से गोरखपुर में सात, कुशीनगर मंे छह और महराजगंज व देवरिया में दो-दो बच्चों की एईएस से मौत हुई है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार गोरखपुर मंडल में जेई के अब तक 19 केस रिपोर्ट हुए हैं। जेई से किसी की मृत्यु नहीं हुई है।