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हड़ताल के कारण दूसरे दिन भी बंद रही महेवा मंडी

बातचीत के लिए प्रशासन की ओर से पहल नहीं 

गोरखपुर , 27 दिसम्बर। सुबह 6 बजे से रात्रि 11 बजे तक माल लड़े ट्रकों की नो-इंट्री के विरोध में थोक सब्जी विक्रेताओं की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। दो दिनों की हड़ताल में 2 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। व्यापारियों ने मण्डी में ही बैठकर आगे की रणनीति बनाई। शाम तक जिला प्रशासन से कोई भी अधिकारी व्यापारियों से बात करने नहीं पहुंचा। समस्या का कोई हल न निकलने और बेमियादी हड़ताल के आगे भी चलने के चलते शहर में हरी सब्जियों का संकट उत्पन्न होने के आसार बढ़ गए हैं।

मंगलवार को हड़ताल का नेतृत्व कर पूर्वांचल सब्जी फल थोक विक्रेता कल्याण समिति के अध्यक्ष संजय शुक्ला एवं महामंत्री हाजी मो. याकूब मेकरानी ने कहा कि इतने संवेदनशील विषय को भी प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा है। हमारा माल दूर-दूर से आता है। रोडवेज की बसों के लिए नो-इंट्री का नियम नहीं लागू होता, जो हरी सब्जी जैसी जरुरत की चीजों पर नो-एन्ट्री कैसे लागू हो सकता है। क्या मण्डी करना जनहित का विषय नहीं है। हड़ताल से व्यापारियों का ही बड़ा नुकसान हो रहा है। थोक सब्जी मण्डी से प्रति माह 12 लाख रुपये टैक्स जाता है। बावजूद इसके व्यापारियों की समस्या की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं पूरी की जाती, बन्दी जारी रहेगी। हड़ताल में महमूद हसन, फिरोज राइनी, कलीम अहमद फजान, प्रमोद गुप्ता, हनुमान गुप्ता, विनोद गुप्ता, अब्दुल हमीद, राजाराम गुप्ता, श्याम जी पटेल, संजय कुशवाहा, मो.शाहीद, मुश्ताक अहमद, मो.इब्राहीम, अफरोज हसन राइन आदि शामिल रहे।

150 से अधिक गाड़ियों की होती है आवक

मण्डी में प्रतिदिन हरी सब्जियों के 150 से 200 के बीच गाड़ियां आती हैं। सीजन के हिसाब से यह घटता-बढ़ता रहता है। दिसम्बर माह में हरी सब्जियों का सीजन होने से गाड़ियों की संख्या अभी अधिक थी। इधर केवल मटर की ही जालौन व अमृतसर से 50 से 60 गाड़ियां प्रतिदिन आ रहीं थी। लेकिन एक सप्ताह पहले से हड़ताल के निर्धारित होने के चलते व्यापारियों ने आर्डर नहीं दिया था। बाहर का जो माल आया, वह 25 दिसम्बर की शाम तक सब औने पौने दाम में ही बिक गया।

हरी सब्जियों के दाम में तेजी

फुटकर बाजार में हड़ताल का असर दिखने लगा है। लोकल सब्जी के आवक के बाद भी दाम में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी दिख रही है। हरे मटर का दाम 25 दिसम्बर को 20 रुपये प्रति किलो था लेकिन मंगलवार को यह 30 रुपये किलो तक बिका। 20 रुपये किलो बिकने वाले शिमला मिर्च का दाम दोगुना हो गया है। मंगलवार को शास्त्री चौक, धर्मशाला बाजार, रुस्तमपुर में फूलगोभी, पत्ता गोभी, बैगन, साग, टमाटर, गाजर का 20 से 30 रुपये प्रति किलो के भाव बिका। जिन फुटकर विक्रेताओं ने 25 दिसम्बर को ही बाहर से आए मटर की खरीदारी कर ली थी, अभी वहीं बेच रहे हैं। मटर न आने से इसके दाम और तेज होंगे।⁠⁠⁠⁠

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